डायबिटीज में सिर्फ ये करो एक महीने में बिना दवाई के ठीक हो जाएगी (diabetes ke lakshan aur ilaj)

 डायबिटीज के लक्षण और घरेलू उपाय (diabetes ke lakshan aur ilaj)

डायबिटीज के लक्षण और घरेलू उपाय (diabetes ke lakshan aur ilaj)

आजकल डायबिटीज हमारे भारत में एक बहुत बड़ी समस्या बनकर उभरा है इसलिए इस पोस्ट में हम

डायबिटीज क्या है (diabetes kya hai)

डायबिटीज क्यों होता है डायबिटीज के कारण (diabetes kyon hota hai iske karan kya hai)

डायबिटीज के लक्षण (diabetes ke lakshan/symptoms)

डायबिटीज किस उम्र में होता है (diabetes kis umr me hota hai)

डायबिटीज के घरेलू उपाय (diabetes ke gharelu upay)

के बारे में विस्तार से बात करेंगे तो चलिए शुरू करते हैं।

हमारे खानपान में गड़बड़ी और खराब लाइफस्टाइल की वजह से हमारे भारत में हर 9 या 10वां व्यक्ति डायबिटीज की समस्या से ग्रसित है और यह संख्या प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। 2035 तक यह संख्या  7 से 8 प्रति 10 व्यक्ति हो जाएगी। वर्तमान में करीब 10 से 12 करोड लोग इस समस्या से ग्रसित हैं। अगर इस बीमारी को समय रहते सही से कंट्रोल नहीं किया गया तो यह जानलेवा भी साबित हो सकती है। या फिर आपका जीवन खराब कर सकती है।

हमारी बॉडी के मसल्स और टीश्यू को बनाने वाली सेल्स के लिए शुगर या ग्लूकोस का हमारी बॉडी में होना बहुत जरूरी होता है। लेकिन जब हमको डायबिटीज हो जाता है तो यह अधिक मात्रा में सुगर बनने लगता है और इसको पैंक्रियाज कंट्रोल नहीं कर पता है त हमारे रक्त में शुगर यानी ग्लूकोज का लेवल बढ़ जाता है। जिस वजह से हाई बीपी, आंखों की रोशनी कमजोर होना, ज्यादा पेशाब आना आदि समस्याएं होती है।

डायबिटीज के लक्षण और घरेलू उपाय (diabetes ke lakshan aur ilaj)

● डायबिटीज क्या है (diabetes kya hai)

हमारे पेट में एक अंग पाया जाता है जिसको इंग्लिश में पेनक्रियाज और हिंदी में अग्नाशय बोलते हैं। इस पेनक्रियाज से इंसुलिन नाम हार्मोन की उत्पत्ति होती है। यह हार्मोन ग्लूकोज के चायपचय के लिए बहुत जरूरी होता है। 

 परंतु जब हमको शुगर होता है तो यह इंसुलिन कम बनता है या बनता ही नहीं है और कई बार जब यह इंसुलिन बनता है तो यह ग्लूकोज के चायपचय को अच्छी तरीके से संतुलित नहीं कर पता है और ग्लूकोज के प्रति कोई प्रक्रिया नहीं देता है फिर यह हमारे ग्लूकोज को एनर्जी में नहीं बदलता है। 

 जब यह ग्लूकोज को एनर्जी में नहीं बदल पाता है और उसका चयापचय अच्छी तरीके से नहीं होता है तब यह ग्लूकोज मुक्त होकर हमारे खून में बहने लगता है। जब यह ग्लूकोज खून में बहता है तब हमारे ब्लड का प्रेशर बढ़ जाता है और हमको हाई बीपी हो जाता है। चूंकि इसको छानने का कार्य गुर्दे करते हैं जिस वजह से हमको बार-बार पेशाब आता है और लंबे समय तक डायबिटीज रहने की वजह से गुर्दे फेल हो जाते हैं।

● डायबिटीज क्यों होता है डायबिटीज के कारण (diabetes kyon hota hai iske karan kya hai)

डायबिटीज होने का मुख्य कारण आज तक किसी को पता नहीं चला है। परंतु जो भी देखने में आया है उसमें यह मानना है कि जब खून में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है तभी इसको डायबिटीज माना जाता है। क्योंकि ऐसे में अग्नाशय का रस या निष्क्रिय हो जाता है या फिर कम मात्रा में निकलता है।

इसके अलावा कुछ और भी कारण है जो कि इसके लिए मुख्य भूमिका निभाते हैं। उनमें है- ज्यादा शारीरिक एक्टिविटी नहीं करना, दिनभर सोए रहना या अधिक समय बिस्तर पर बिताना, ज्यादा मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन करना, दही दूध और डेयरी प्रोडक्ट का ज्यादा इस्तेमाल करना, कफ बढ़ाने वाली चीजों का ज्यादा सेवन करना, खानदानी डायबिटीज की समस्या, चीनी का अधिक सेवन करना, दिन भर चाय पीना आदि कारणों से डायबिटीज हो जाता है।

डायबिटीज के लक्षण और घरेलू उपाय (diabetes ke lakshan aur ilaj)

● डायबिटीज के लक्षण (diabetes ke lakshan/symptoms)

डायबिटीज के लक्षण की बात करें तो डायबिटीज के लक्षण कुछ इस प्रकार हैं जैसे:-

  1.  बार-बार पेशाब आना,
  2.  नॉर्मल से भी ज्यादा प्यास लगना,
  3.  वजन ज्यादा बढ़ जाना या काम हो जाना,
  4.  पेशाब के अंदर कीटोंस का लेवल बढ़ जाना,
  5.  खाना खाने के बाद भी कमजोरी और थकान महसूस होना,
  6. चिड़चिड़ापन और मूड में चेंज महसूस होना,
  7.  आंखों की रोशनी कम होना या धुंधला दिखाई देना,
  8.  शरीर में कोई चोट लग जाने पर जल्दी जख्म ना भरना,
  9.  शरीर में इन्फेक्शन खाज खुजली आदि की समस्याएं ज्यादा होना,
  10.  औरतों में वेजाइनल इनफेक्शन या यूरिन इंफेक्शन ज्यादा होना,
  11.  ब्लड प्रेशर ज्यादा बढ़ जाना, चक्कर आना आदि।

ये सारी समस्याएं डायबिटीज की वजह से देखने को मिलती है।

● डायबिटीज किस उम्र में होता है (diabetes kis umr me hota hai)

वैसे तो इसको किसी उम्र में बांट नही सकते हैं की यह इस उम्र के लोगों को ही होता है।

  यह छोटे से बच्चे से लेकर बड़े और बूढ़ों को भी हो सकता है। टाइप वन डायबिटीज बचपन के दौरान कभी भी हो सकता है। यहां तक कि जब बच्चा मां का दूध पी रहा होता है तो भी उसको डायबिटीज हो जाता है। वही टाइप टू डायबिटीज की बात करें तो यह अधिक उम्र के लोगों को मतलब की उनका शारिरिक विकास पूर्ण होने के पश्चात 18-20 वर्ष के बाद या 30 से 40 वर्ष की उम्र में गलत लाइफस्टाइल और खराब जीवन शैली की वजह से होता है।

डायबिटीज के लक्षण और घरेलू उपाय (diabetes ke lakshan aur ilaj)

● शुगर और डायबिटीज में क्या अंतर है (sugar aur diabetes me kya antar hai)

शुगर और डायबिटीज में कोई अंतर नहीं है जब ब्लड में ग्लूकोज यानी शुगर बढ़ जाता है तब इसको मेडिकल की भाषा में डायबिटीज कहा जाता है।

● डायबिटीज के घरेलू उपाय (diabetes ke gharelu upay)

डायबिटीज के लिए मार्केट में बहुत सारी दवाईयां अवेलेबल होती है और खास करके रोगी को ऐसी दवाई दी जाती है जो कि उनके हारमोंस को उत्तेजित करते हैं या कृत्रिम हार्मोन शरीर में इंजेक्ट करते हैं। 

  ऐसे में व्यक्ति को हर खाने के बाद या दिन भर में एक या दो बार नसों में हार्मोन का इंजेक्शन लेना पड़ता है। वहीं अगर हम डायबिटीज के घरेलू उपाय की बात करें तो डायबिटीज के घरेलू उपाय भी कुछ कम कारगर नहीं है। उसके लिए कुछ घरेलू उपाय हम आपको बता रहे हैं।

● डायबिटीज में नीम के फायदे।

नीम की पत्तियां वैसे तो खाने में बहुत कड़वी होती हैं परंतु डायबिटीज के इलाज के लिए यह रामबाण का काम करती हैं। नीम के अंदर फ्लेवोनॉयड्स, पियानोइड्स, एंटीवायरस प्रॉपर्टी, ग्लाइकोसाइड आदि महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक गुण पाए जाते हैं जो कि ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल में रखते हैं। 

 अगर आप नीम की कड़वी पत्तियों को पीसकर या चबाकर नहीं इस्तेमाल कर सकते हैं तो आप नीम का पाउडर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। नीम का पाउडर बनाने के लिए सबसे पहले नीम की पत्तियों को छाया में रखकर सुखा लें। 

 सूखने के बाद इन पत्तियों को ग्राइंडर में अच्छी तरीके से बिल्कुल महीन पीस लें। जब यह बिल्कुल महीन हो जाए तब इसको किसी अच्छी जार या बोतल में बंद करके रख ले और इसको दिन में दो बार एक या दो चम्मच इस्तेमाल करें।

● डायबिटीज ठीक करे करेले का जूस

करेले का जूस भी डायबिटीज के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है। अगर आपको डायबिटीज नहीं है और आप रोज सुबह करेले का 20 ml जूस पीते हैं या 100 ग्राम करेले की सब्जी खाते हैं तो आपको डायबिटीज होने की समस्या बहुत कम होती है। वहीं अगर आपको डायबिटीज है तो रोज सुबह खाली पेट 50 ml करेले का जूस पीने से आपका ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है और आपको डायबिटीज से ज्यादा समस्या नहीं होती है।

डायबिटीज के लक्षण और घरेलू उपाय (diabetes ke lakshan aur ilaj)

● जामुन से डायबिटीज का इलाज

गर्मियों के मौसम में अधिकतर जामुन बहुत सारे देखने को मिलते हैं। जमुना में काला नमक लगाकर खाने से डायबिटीज की बीमारी कम होती है और वहीं इसकी गुठली को सुखाकर, उसको पीसकर उसका पाउडर बनाकर इस्तेमाल करने से भी डायबिटीज बहुत अच्छी तरीके से और बहुत जल्दी कंट्रोल हो जाता है। 

 इतना ही नहीं अगर आप रोज सुबह खाली पेट सुबह और शाम गुनगुने पानी में दो-दो चम्मच जामुन के चूर्ण का सेवन करते हैं तो इससे आपका शुगर बहुत जल्दी ठीक हो जाता है और आपका ब्लड में ग्लूकोज का लेवल ठीक रहता है।

● अदरक से डायबिटीज का इलाज

अदरक का सेवन करने से भी आप डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं। रोज अदरक का सेवन अगर आप करते हैं तो इससे आपका ब्लड शुगर मेंटेन रहता है साथ ही साथ इससे इंसुलिन का बैलेंस भी बना रहा जाता है।

  डायबिटीज में अदरक का प्रयोग करने के लिए किसी बर्तन में 100 ml पानी डालकर उसमें एक छोटी सी उंगली के बराबर अदरक लेकर उसके छोटे-छोटे टुकड़े काटकर उसको पानी में उबालने के बाद दिन में दो या तीन बार इसका सेवन करने से डायबिटीज से छुटकारा मिलता है और आपकी पाचन शक्ति मजबूत होती है साथ ही साथ इससे सांस के रोग में भी बहुत फायदा मिलता है।

डायबिटीज के लक्षण और घरेलू उपाय (diabetes ke lakshan aur ilaj)

● मेथी का पाउडर से डायबिटीज का इलाज

मेथी का पाउडर भी डायबिटीज के लिए काफी लाभदायक माना जाता है। यह ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा को सही रखता है, ब्लड शुगर के लेवल को मेंटेन करता है और अग्नाशय को इंसुलिन उत्पादन के लिए प्रेरित करता है।

  मेथी के पाउडर का उपयोग करने के लिए एक कप पानी में एक या दो चम्मच मेथी के दानों को भिगोकर रख दें और सुबह इस पानी को खाली पेट पी जाएं और फिर ऊपर से इन मेथी के दानों को भी खा जाए। इससे आपको बहुत जल्दी असर देखने को मिलेगा।

● एक्सरसाइज से डायबिटीज जड़ से मिटाये

एक्सरसाइज न सिर्फ आपको बलवान और फिट बनाती है बल्कि आपके शरीर को पूर्ण रूप से स्वस्थ बनाती है। अगर आप अपने डायबिटीज को कंट्रोल करना चाहते हैं या खत्म करना चाहते हैं तो इसके लिए एक्सरसाइज बहुत जरूरी है। 

  एक्सरसाइज में आप वॉकिंग, जॉगिंग, टेनिस सब बैडमिंटन खेलना, स्विमिंग, एरोबिक, वेटलिफ्टिंग, कार्डियो करना, रस्सी कूदना आदि चीज कर सकते हैं इससे डायबिटीज कंट्रोल करने में बहुत ज्यादा मदद मिलती है।

● डायबिटीज में गर्म पानी पीने के फायदे (diabetes me garam pani pine ke fayde)

गर्म पानी से डायबिटीज को कंट्रोल करने में काफी मदद मिलती है ऐसा इसलिए क्योंकि पानी पीने से सिर्फ आपकी बॉडी हाइड्रेट नहीं होती है बल्कि इससे कई बीमारियों से छुटकारा भी दिलाता है। जिसमें किडनी स्टोन, यूरिन के जरिए स्टोन बाहर निकलना और डायबिटीज भी इसमें मुख्य रूप से शामिल है।

 ज्यादा पानी पीने से ब्लड शुगर को बहुत आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं क्योंकि पानी के अंदर कार्बोहाइड्रेट या किसी भी प्रकार की कैलोरी, प्रोटीन अथवा फैट नहीं होता है तो हमारा रक्त परिसंचरण तंत्र बहुत अच्छी तरीके से काम करता है। वहीं डायबिटीज होने पर इंफेक्शन का खतरा बहुत ज्यादा होता है। परंतु पानी पीने से हम इससे बच सकते हैं परंतु ध्यान रहे जिन लोगों को ज्यादा पेशाब की समस्या है उनको ज्यादा पानी का सेवन नहीं करना चाहिए।

डायबिटीज के लक्षण और घरेलू उपाय (diabetes ke lakshan aur ilaj)

● डायबिटीज की सबसे अच्छी दवा क्या है (diabetes ki sabse acchi dawa kya hai)

अगर हम एलोपैथी की बात करें तो एलोपैथी में शुगर कंट्रोल 1mg /50 mg टेबलेट से एंटी डायबिटिक ड्रग्स के नाम से पाई जाती है। यह टाइप टू डायबिटीज के लिए यानी मेलिटस के लिए इलाज में प्रयोग किया जाता है।

  यह दवाई ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करती है और डायबिटीज से परेशानी नहीं होने देती है। परंतु इसके कई सारे दुष्परिणाम भी है इसलिए इसको डायबिटीज की सबसे अच्छी दवा नहीं मानी जा सकती है।

● डायबिटीज में क्या खाना चाहिए (diabetes me kya khana chahiye)

जैसा कि मैं पहले बताया कि डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो हमारे शरीर में इंसुलिन की कमी की वजह से या फिर हमारे कोशिकाओं द्वारा इंसुलिन के विरुद्ध रेजिस्टेंस होने के कारण उत्पन्न होती है। इंसुलिन की कमी या प्रतिरोध की वजह से हमारे ब्लड में शुगर का लेवल बढ़ जाता है।

  जब लंबे समय तक ब्लड में शुगर का लेवल हाई रहता है तो इसको डायबिटीज या मधुमेह कहा जाता है। अगर आपको डायबिटीज है तो आपको आम कम से कम मात्रा में खाना चाहिए क्योंकि आम के अंदर काफी मात्रा में ग्लूकोज होती है और यह हानिकारक होता है। उसकी जगह पर कम ग्लिसमिक इंडेक्स वाली चीज जैसे:-

  1.  साबुत अनाज,
  2.  क्विनोवा स्टील कट,
  3.  ओटमील,
  4.  ब्राउन राइस,
  5.  स्ट्रॉबेरी,
  6.  चेरी,
  7.  कीवी,
  8.  सेब,
  9.  काले जामुन,
  10.  खट्टे फल,
  11.  नींबू,
  12.  संतरा,
  13.  हरी पत्तेदार सब्जियां,
  14.  ब्रोकली,
  15.  गाजर,
  16.  भिंडी आदि का सेवन ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए।

  इससे ब्लड शुगर ज्यादा बढ़ता नहीं है और कंट्रोल में रहता है। अगर आपको ज्यादा पेशाब आने की समस्या नहीं है तो आप दिन भर में 3 लीटर पानी जरूर पिए क्योंकि डायबिटीज में डिहाइड्रेशन की समस्या भी बहुत होती है।

● डायबिटीज के लिए सेब सही है क्या

डायबिटीज में खाने की अगर बात करें तो सेब के अंदर फाइबर और विटामिन सी काफी मात्रा में पाए जाते हैं। 100 ग्राम सेब में 77 कैलोरी और 21 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होते हैं। इतना ही नहीं सेब के छिलके में पॉलिफिनॉल्स कंपाउंड्स पाए जाते हैं।

  यह कंपाउंड पेनक्रियाज को इंसुलिन बनाने के लिए फोर्स करते हैं साथ ही साथ यह कंपाउंड रेजिस्टेंस को भी कम करते हैं और ब्लड शुगर के लेवल को मेंटेन करने का काम करते हैं। इसके अलावा सेब के छिलके में एंटीऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं इसलिए डायबिटीज में सेब का सेवन जरूर करें।

● केला 

एक मीडियम केले में 3 ग्राम फाइबर, 29 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 115 कैलोरी होती है साथ ही साथ केला विटामिन सी और पोटेशियम से भी भरपूर होता है। केले में कई सारे महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं।

  इसलिए केले को संतुलित आहार भी कहा जाता है। अगर केला भूरे रंग का होता है तो उसके अंदर शुगर की मात्रा अधिक होती है इसलिए ज्यादा पके हुए केले का सेवन न करें। हमेशा कम पके हुए केले का सेवन मधुमेह के रोगियों को करना चाहिए।

● स्ट्रॉबेरी और डायबिटीज

स्ट्रॉबेरी डायबिटीज के लिए यह बहुत अच्छा ऑप्शन होता है। क्योंकि यह हमारे आंतों में बहुत धीरे-धीरे ऑब्जर्व होता है जो की शुगर लेवल को बहुत अच्छी तरीके से मेंटेन करता है, साथ ही साथ इसके अंदर मौजूद विटामिन सी बीमारियों से लड़ता है, ताकत को सुधरता है, शरीर के मेटाबॉलिज्म रेट को बढ़ाता है, वजन को कम करता है। 

 साथ ही यह कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी कम करता है जिस वजह से हमको दिल की बीमारियां नहीं होती है।

● डायबिटीज में खट्टे फल 

खट्टे फल जैसे अंगूर, संतरा, नींबू कीवी आदि के अंदर विटामिन सी, फोलेट, पोटेशियम और विटामिन के भरपूर मात्रा में पाया जाता है। अगर आप रोज 1000 मिलीग्राम विटामिन सी का सेवन करते हैं तो इससे आपका ब्लड शुगर का लेवल कंट्रोल हो जाता है साथ ही साथ यह एक पॉवरफुल एंटीऑक्सीडेंट का भी काम करता है जो कि हमारे शरीर को फ्री रेडिकल से बचाता है। टाइप टू डायबिटीज के लोगों को खट्टे फलों का सेवन जरूर करना चाहिए।

● डायबिटीज में क्या नहीं खाना चाहिए (diabetes me kya nahi khana chahiye)

किस रोग में क्या खाना चाहिए यह जानना जीतना जरूरी है उतना ही जरूरी है यह जानना है कि किस रोग में क्या नहीं खाना चाहिए। अगर डायबिटीज की बात करें तो डायबिटीज में ब्लड का शुगर लेवल हाई हो जाता है और इसको कंट्रोल करना होता है। 

 इसलिए हमको उन चीजों से बचना चाहिए जो हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले होते हैं। क्योंकि यह खाद्य पदार्थ हमारे शरीर में जाते ही तुरंत ऑब्जर्व हो जाते हैं और ग्लूकोज में कन्वर्ट हो जाते हैं।

  इसके लिए सोडा, चीनी से बने हुए कोल्ड ड्रिंक, फैट, मिल रेगुलर योगर्ट, सैचुरेटेड फैट्स, रेगुलर कॉटेज चीज, नारियल का तेल, टॉफी, बिस्किट, नमकीन, बाजार में बनी मिठाइयां, चॉकलेट अन्य सभी चीजों को बिल्कुल कम कर देना चाहिए या छोड़ देना चाहिए। 

 एनिमल प्रोडक्ट और कई प्रकार के तेलों में सैचुरेटेड फैट बहुत ज्यादा मात्रा में पाए जाते हैं जो की हमारी सेहत के लिए और डायबिटीज के रोगियों के लिए बहुत नुकसानदायक होते हैं। यह हृदय रोग को भी बढ़ाते हैं इसलिए एनिमल फैट का सेवन कम करें। वही फूल फैट पनीर, क्रीम, आइसक्रीम, खट्टा क्रीम, मक्खन, मीठी चाय, फ्लेवर्ड कॉफी आदि चीजों से बचे।

 शराब और बियर के सेवन से भी बचें, अचार, समोसा, चिप्स, फ्राई किए हुए चिकन और नमक से भी बचें।

 इसके अलावा आलू, शकरकंद भी डायबिटीज को बढ़ाते हैं वही पास्ता, व्हाइट ब्रेड और चावल तथा कैंडी और फ्रूट जूस भी ब्लफ में ग्लूकोज के लेवल को बहुत जल्दी बढाते हैं।

● डायबिटीज में कौन सा आटा खाएं (diabetes me kaun sa ata khaye)

डायबिटीज की रोगियों को चावल छोड़कर रोटी खाने की सलाह दी जाती है और ऐसी रोटी खाने की सलाह दी जाती है जिसके अंदर चोकर काफी मात्रा में होता है। क्योंकि ब्लड शुगर बढ़ने पर अगर कोई ऐसी चीज दी जाती है जिससे ब्लड शुगर और ज्यादा बढ़ता है तो फिर प्रॉब्लम हो जाती है।

◆अमरनाथ का आटा

  ऐसे में रोगियों को अमरनाथ का आटा, ज्वार का आटा, ओट्स का आटा, बहुत फायदेमंद साबित होता है। अमरनाथ और ज्वार का आटा नान ग्लूटेन होता है और यह प्रोटीन से भरपूर होता है। इसके अंदर फाइबर काफी मात्रा में पाया जाता है जो कि ब्लड शुगर के लेवल को मेंटेन रखता है साथ ही साथ इसमें विटामिन और खनिज तथा लिपिड भी पाए जाते हैं।

◆ज्वार का आटा

ज्वार के आटे की बात करें तो ज्वार एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है इसके अंदर कैल्शियम, आयरन, विटामिन बी भी काफी मात्रा में पाया जाता है। यह ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में काफी मददगार साबित होता है।

◆ओट्स का आटा

ओट्स का आटा भी फाइबर से भरपूर होता है,  ओट्स को पीसकर फिर इसका आटा बनाया जाता है और इससे बनी हुई रोटियां काफी स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर होती है। इससे डायबिटीज के रोगियों को ताकत मिलती है और इसका अगर हरी सब्जियों या पलक तथा सरसों के पत्तों के साथ मिलाकर आटा बनाते है तो यह बहुत स्वादिष्ट और ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है।

डायबिटीज के लक्षण और घरेलू उपाय (diabetes ke lakshan aur ilaj)

● डायबिटीज की सबसे अच्छी दवा क्या है? (Diabetes ki sabse acchi dawa kya hai)

एलोपैथी में ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए शुगर कंट्रोल 1mg/ 500 एमजी टेबलेट एंटीडायबिटिक ड्रग के नाम से दी जाती है। इसके अंदर दो साल्ट होती है जो कि डायबिटीज 2 टाइप मेडिटिस के इलाज के लिए प्रयोग की जाती है।

 अगर डायबिटीज की सबसे अच्छी दवा की बात करें तो वह इसमें से कोई भी नहीं है। अगर आप अपने खान-पान के ऊपर कंट्रोल करते हैं और अपनी लाइफ स्टाइल को ठीक रखते हैं तो इससे आपका ब्लड शुगर बहुत जल्दी कंट्रोल होता है।

● शुगर/डायबिटीज में कौन से फल खाने चाहिए

शुगर और डायबिटीज में ऐसे फल खाने चाहिए जिसके अंदर 15 ग्राम से ज्यादा कार्बोहाइड्रेट ना हो। कभी भी सेब को आधे से ज्यादा नहीं खाना चाहिए। वही केला मीडियम पका होना चाहिए। संतरे और ब्लैकबेरी को आप खा सकते हैं। संतरा, आम, खजूर आदि का सेवन भी आप सीमित मात्रा भी कर सकते हैं।

निष्कर्ष

आज आपने जाना :-

डायबिटीज क्या है (diabetes kya hai)

डायबिटीज क्यों होता है डायबिटीज के कारण (diabetes kyon hota hai iske karan kya hai)

डायबिटीज के लक्षण (diabetes ke lakshan/symptoms)

डायबिटीज किस उम्र में होता है (diabetes kis umr me hota hai)

डायबिटीज के घरेलू उपाय (diabetes ke gharelu upay) कैसे करें।

उम्मीद करते हैं कि यह जानकारी आपके जीवन में लाभदायक साबित होगी। अगर फिर भी कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करना ना भूले। हम आपके प्रश्नों का उत्तर देने की कोशिश करेंगे।


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