स्त्रियों का चरित्र कैसा होता है (Striyon ka charitra kaisa hota hai)

स्त्रियों का चरित्र कैसा होता है (Striyon ka charitra kaisa hota hai)

स्त्रियों का चरित्र कैसा होता है (Striyon ka charitra kaisa hota hai)

संस्कृत का एक श्लोक है=

     त्रिया चरित्रं पुरुषस्य भाग्यम देवो न जानाति कुतो मनुष्य:।।

    यानी स्त्री का चरित्र और पुरुष का भाग्य कब बदल जाए कोई नहीं जानता।

   स्त्रियों के हाव भाव को समझ पाना बड़ा कठिन है यह देखती किसी और को है, मन में किसी दूसरे के बारे में सोचती हैं, और दिल से किसी तीसरे को याद करती हैं। इनका क्या पता कि इनको कौन प्यारा है शायद कोई नहीं।

    यह सुंदर और तिरछी निगाहों से देखने वाली स्त्रियां अपने रंग रूप और जवानी का जादू चला कर अपने जाल में फंसा लेती हैं। अपने होठों की नशीली शराब पिलाकर मदहोश कर देती हैं। इनका दिल करे तो दिल से लगा लेती हैं, और जब जी भर जाता है,तो खिलौना समझकर ठुकरा देती हैं।

      बड़े-बड़े ज्ञानी-ध्यानी और धनवान पुरुष भी इन स्त्रियों के चंगुल से नहीं निकल पाते। यह पहले तो ना नुकर कर के हमारे कामवासना को भड़का देती हैं। फिर नाटक करते हुए मान जाती हैं और अपने शरीर को ऐसा ढीला छोड़ देती हैं कि आदमी सेक्स करने के लिए पागल हो जाता है।

    यह बहुत चतुर होती हैं कुछ ना करते हुए भी बहुत कुछ कर जाती हैं। नागिन का जहर एक बार उतर सकता है। मगर इन हसीनाओं के प्यार के जहर का मारा हुआ बहुत मुश्किल से मर मर के जी पाता है।

    यह प्रेम की प्यारी चाल चलती हैं और ऐसा डसती हैं कि पता ही नहीं चलता और पूरे जीवन में जहर फैल जाता है। इनकी आवाज में शहद और होठों में अमृत से भरा होता है इसलिए पुरुष इनके होठों को चूमते और चूसते हैं।

      इनके दिल मे प्यार रूपी जहर भरा होता है इसलिए इनके स्तनों को मुट्ठी में भरकर दबाया और मसला जाता है। इनके अंदर अमृत भी है और जहर भी मगर पता नहीं कब अमृत पिलाएं और कब जहर बन जाए। इसलिए कहा भी गया है कि स्त्रियों का चरित्र बड़ा विचित्र होता है।

स्त्रियों का चरित्र कैसा होता है (Striyon ka charitra kaisa hota hai)

 
● महिलाओं को जोश में लाने के लिए क्या करना चाहिए (mahilaon ko josh lane ke liye kya karna chahiye)


महिलाओं और पुरुषों के जोश में बहुत अंतर होता है। पुरुष मात्रा देखने या सुनने से ही उत्तेजित हो जाते हैं और उनके अंदर जोश आ जाता है। परंतु स्त्रियों के साथ ऐसा नहीं होता है।

   स्त्रियों के अंदर जोश लाने के लिए पहले उनसे मीठी-मीठी बातें करनी पड़ती है। उनसे हंसी मजाक करना पड़ता है, उनका चुंबन करना पड़ता है, बाहों में लेना पड़ता है, सहलना, पड़ता है और कामुक गतिविधियां जैसे:-

  1. होठों को चूमना,
  2. गालों को चूमना,
  3. गर्दन को चूमना,
  4. निपल्स को चूमना,
  5. नाभि को चूमना,
  6. जांघों को चूमना चाटना,
  7. सलाना, रगड़ना

आदि सारे कार्य करने पड़ते हैं। तब जाकर एक महिला को जोश आता है।

   10 से 15 मिनट किसी भी महिला को चूमने चाटने रगड़ने या सहलाने से उसके अंदर जोश आ जाता है और अगर आप लगातार 15 से 30 मिनट तक इसको करते हैं तो वह बिना लिंग घर्षण के भी स्खलित हो जाती है और संतुष्ट हो जाती है। पुरुषों के अंदर जोश आ जाता है और महिलाओं के अंदर जोश जगाना पड़ता है।

   इसलिए अगर आप महिलाओं को जोश लाने के लिए क्या करना चाहिए के बारे में सोच रहे हैं तो आपको प्यार भरी बातें और कामुक चुंबन तथा अंगों को सहलाने और प्यार से काटना आना चाहिए। वरना आपकी स्त्री या गर्लफ्रेंड कभी आपसे संतुष्ट नहीं होगी और वह किसी और के पास जा सकती है।

स्त्रियों का चरित्र कैसा होता है (Striyon ka charitra kaisa hota hai)


 ● औरतों को सबसे ज्यादा क्या पसंद होता है (Aurton ko kya pasand hota hai)


जैसा कि मैं पहले श्लोक में बताया कि

त्रिया चरित्रं पुरुषस्य भाग्यम देवो न जानाति कुतो मनुष्य:।।
    यानी स्त्री का चरित्र और पुरुष का भाग्य कब बदल जाए कोई नहीं जानता।

अगर यह बात आप किसी महिला या अपनी गर्लफ्रेंड से पूछेंगे तो वह इतना बताएगी की हमको सबसे ज्यादा प्यार करने वाला लड़का पसंद है या कोई अलग-अलग तरीके से अपनी पसंद बताएगा।

   परंतु यकीन मानिए जो लड़कियां बोलती है वह बिल्कुल नहीं चाहती हैं। आपने अक्सर देखा होगा की लड़कियां उन लड़कों पर ज्यादा जान लुटाती है जो टॉक्सिक होते हैं और उनको जरा सा भी भाव नहीं देते। इसलिए कभी भी औरतों की पसंद और नापसंद के ऊपर ना जाए।

  आप वह करें जो आप है और सामने वाले को भी बताएं कि मैं जो हूं वह तुम्हारे सामने हूं। ताकि आपसे किसी को कोई झूठी उम्मीद ना हो।


 ● बदचलन औरतों के लक्षण (bewafa aur badchalan ladkiyon ke lakshan)


बदचलन औरत के लक्षण क्या ही बताएं। एक घर में शांति से रहने वाली और घूंघट में रहने वाले औरत भी बदचलन हो सकती है और वही खुले समाज में रहकर सबसे बातचीत करके सबके साथ चलने वाले औरत भी सही हो सकती है।
  
  किसी भी औरत के लक्षणों को देखकर आप नहीं पता लगा सकते कि वह औरत बदचलन है या सही है। जब आप स्वयं उसके साथ रहेंगे या उससे बातचीत करेंगे और कुछ समय व्यतीत करेंगे तब आपको पता चलेगा की औरत सही है या बदचलन है।

   आमतौर पर औरत का बदचलन होना एक अनुवांशिक बीमारी भी होती है। यानी कुछ औरत खानदानी बदचलन होती है और कुछ समय के अनुसार बन जाती हैं। जिस औरत को किसी पुरुष ने प्रेम करके धोखा दिया हो या जो औरत किसी टॉक्सिक पुरुष के साथ प्रेम संबंध में रह चुकी होती है वह बहुत बुरी तरीके से बदचलन हो जाती है।

   वहीं कुछ औरते जिनकी काम पिपासा कभी शांत नहीं होती वह औरत भी बदचलन हो जाती हैं। इसके अलावा कुछ औरतें मजबूरी के चलते बदचलन हो जाती हैं। बदचलन औरत के लक्षणों के हिसाब से आप उनकी चरित्र की परिभाषा नहीं कर सकते हैं।

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1 Comments
  • John peter
    John peter 4 दिसंबर 2021 को 1:20 am बजे

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