हस्तमैथुन करने से क्या होता है | hastmaithun karne se kya hota hai
हस्तमैथुन करने से क्या होता है-hastmaithun karne se kya hota hai-hastmaithun karne se nuksan ya fayda
दोस्तो आजकल हस्तमैथुन से जुड़ी भ्रांतियां बहुत ज्यादा बढ़ चुकी हैं इसलिए इस पोस्ट में हम हस्तमैथुन करने से क्या होता है-hastmaithun karne se kya hota hai-hastmaithun karne se nuksan ya fayda के बारे में बात करेंगे।
● हस्तमैथुन क्या होता है- hastmaithun kya hota hai
हस्तमैथुन यानी अपने हाथों के द्वारा मैथुन करना। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक व्यक्ति अपने हाथों के द्वारा अपने यौनांगों को सहलाकर या रगड़कर यौन सुख यानी संभोग का सुख प्राप्त करता है।
अंग्रेजी में इसको मास्टरबेशन masterbation हिंदी में इसको हस्तमैथुन या आत्मरति यानी स्वयं के द्वारा किया गया मैथुन कहा जाता है। कुछ लोग इसको मुठ मारना या हैंड प्रैक्टिस भी बोलते हैं।
● हस्तमैथुन के फायदे- hastmaithun ke fayde
अगर हम हस्तमैथुन के फायदे hastmaithun ke fayde के बारे में बात करें तो आमतौर पर जब किसी को सेक्स का आनंद लेना होता है तब उसको किसी दूसरे की जरूरत पड़ती है, परंतु जब कोई दूसरा नहीं होता है तो वैसे में व्यक्ति अपने हाथों का इस्तेमाल करता है और उसको कहीं भटकने की जरूरत नहीं पड़ती है।
इसके अलावा हस्तमैथुन करने के फायदे के बारे में और बात करें तो हस्तमैथुन करने से लड़कों को वही अनुभूति प्राप्त होती है जो एक महिला के साथ प्राप्त होती है।
एक महिला के समान उसको अन्य आनंद तो प्राप्त नहीं होते हैं परंतु उसको ऑर्गेज्म यानी चरम सुख प्राप्त होता है।
हस्तमैथुन करने से व्यक्ति यौन तनाव मुक्त और उसको चिड़चिड़ापन से आजादी मिलती है ऐसा इसलिए क्योंकि हस्तमैथुन करने से एंडोर्फिंस नाम का हार्मोन जो की खुशी देता है वह रिलीज होता है और व्यक्ति को अच्छा महसूस होता है।
हस्तमैथुन करने से एचआईवी एड्स, गोनोरिया, या अन्य इंफेक्शन होने की संभावना बहुत कम रहती है।
हस्तमैथुन के फायदे की और बात करें तो हस्तमैथुन करने वालों को किसी प्रकार का गर्भ ठहरने का डर नहीं रहता है।
जब व्यक्ति हस्तमैथुन या सेक्स नहीं करता है तो उसके अंडकोषों में अधिक वीर्य जमा हो जाता है और यह वीर्य स्वप्नदोष के रास्ते निकलकर वस्त्रों को खराब कर देता है। ऐसे में जो व्यक्ति एक नियमित अंतराल यानी महीने में दो से चार बार हस्तमैथुन करते हैं उनको स्वप्नदोष की समस्या ज्यादा नहीं झेलनी पड़ती है।
दोस्तों यहां तक तो हो गई हस्तमैथुन के फायदे की बात अब थोड़ा हस्तमैथुन के नुकसान hastmaithun karne se nuksan के बारे में बात करते हैं।
● हस्तमैथुन के नुकसान- hastmaithun karne se nuksan
जिस तरह हर चीज की आती बुरी होती है उसी तरह हस्तमैथुन के नुकसान भी होते हैं। अगर व्यक्ति माह में तो या चार बार तक हस्तमैथुन करता है तो उसको कुछ ज्यादा समस्याएं नहीं होती है। वह नॉर्मल जीवन जी सकता है। परंतु जो व्यक्ति रोज दिन में कई बार या महीने में 10 बार से ज्यादा हस्तमैथुन करता है उनको-
- चक्कर आना,
- हाथ कांपना,
- ज्यादा चिड़चिड़ापन,
- शीघ्रपतन होना,
- यौनांगों में कमजोरी होना,
- वीर्य कम होना,
- वीर्य पतला हो जाना,
- धात गिरना,
- पढ़ाई लिखाई में मन ना लगना,
- किसी काम को करने में परेशानी या दिमाग स्थिर रखने में परेशानी होना,
- अपने लक्ष्य को हासिल ना कर पाना,
- उत्साह की कमी और आत्मग्लानि महसूस होना आदि।
इसलिए जो लोग हस्तमैथुन करते हैं उनको चाहिए कि वह हस्तमैथुन के नुकसान के बारे में सोचें और इसको सीमित मात्रा में करें।
● हस्तमैथुन कैसे छोड़े- hastmaithun kaise roke gharelu upay
हस्तमैथुन का संबंध सबसे ज्यादा हमारे मन से होता है।क्योंकि कामवासना का उदय हमेशा मन से ही होता है।इसलिए सबसे पहले आपको अपने मन पर कंट्रोल करना होगा अगर मन पर कंट्रोल किए बिना दवाइयों का सेवन करेंगे तो उत्तेजना आने पर फिर हस्तमैथुन करेंगे और समस्या ज्यादा गंभीर हो जाएगी।
इसलिए अच्छा यह होगा कि अपने मन को किसी रचनात्मक और विकास कार्य में लगाएं और एक लक्ष्य को निर्धारित करें क्योंकि बिना लक्ष्य के जिंदगी कटी पतंग की तरह होती है। जो कहीं भी गिर,अटक या फंस सकती है।
हमेशा अपनी रुचि वाला कार्य करें और इतना करें कि आप थक जाएं और आपका ध्यान कहीं और भटक ही ना पाए। कामुक चिंतन, ब्लू फिल्में पत्रिकाएं और खाली बैठना बिल्कुल ही छोड़ दें।हमेशा सुपाच्य और पौष्टिक भोजन ले तथा नियमित व्यायाम करें जब भी कामोत्तेजना सवार हो तुरंत सारे शरीर की वायु नाके के द्वारा बाहर फेंकना शुरु कर दें और फेफड़ों को पूरा खाली कर दें कुछ देर रुके और सांस लेकर फिर तुरंत बाहर फेंक दें।
ऐसा तब तक करें जब तक लिंग की कामोत्तेजना समाप्त ना हो जाए। कामवासना को जीतने का यह सबसे अच्छा,प्राचीन और आसान तरीका है। यह आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप जिंदगी में कुछ करना चाहते हैं या जिंदगी भर सिर्फ हिलाना चाहते हैं।
वैसे तो हिलाना कोई बुरी बात नहीं है परंतु यदि आप अधिक हस्तमैथुन करते हैं जैसा कि मैंने पहले बताया की एक महीने में दो या चार बार से ज्यादा करते हैं तो इसको जरूर कंट्रोल करें। वरना जो हमने बातें बताई है वही समस्या आपको झेलनी पड़ेगी।
● हस्तमैथुन से रिकवरी- hastmaithun se recovery
आजकल बाजारों में हर जगह कई सारे पोस्ट और इश्तिहार छापे होते हैं। साथ ही साथ मोबाइल ऐड्स में भी इस तरह के विज्ञापन आते रहते हैं। की बचपन में की गई गलतीयों से छुटकारा पाएं, हस्तमैथुन से आई नपुंसकता नामर्दानगी और वीर्य की कमी ठीक करें।
ऐसे में जो लोग स्वस्थ होते हैं वह लोग भी सोच लेते हैं कि हस्तमैथुन करने से कोई गंभीर समस्या हो गई है इसलिए इनका इलाज इतने बड़े स्तर पर किया जा रहा है। परंतु यह कोई बड़ी बीमारी या बड़ा रोग नहीं है।
अगर आप चाहे तो अपने ऊपर कंट्रोल करके और अपने खान-पान को ठीक करके हस्तमैथुन से रिकवरी hastmaithun se recovery बहुत जल्दी कर सकते हैं। बस आपको अपने ऊपर कंट्रोल करना है, सादा सात्विक भोजन लेना है और अपने दिमाग को किसी बड़े काम में लगाना है।
तीन-चार महीने हस्तमैथुन न करने से और योग प्राणायाम तथा एक्सरसाइज करने से हस्तमैथुन से आई हुई कमजोरी और समस्याओं से रिकवरी हो जाती है।
● हस्तमैथुन का इलाज दवा- hastmaithun ke nuksan ka ilaj
वैसे तो आज तक हस्तमैथुन का इलाज दवा या कोई कैप्सूल बना नहीं है जो कि आपके हस्तमैथुन को ठीक कर दे। क्योंकि हस्तमैथुन कंट्रोल करने वाली चीज है।
हां hastmaithun ke nuksan ka ilaj के लिए कुछ दवाएं ऐसी जरूर है जो हस्तमैथुन के कारण आई हुई कमजोरी और वीर्य की कमी को दूर कर सकती हैं।
परंतु यह दवाई उन लोगों के लिए है जिनकी उम्र या तो ज्यादा हो गई है या फिर जिनको लंबे समय से यह समस्या और कमजोरी है। हस्तमैथुन का कोई इलाज नहीं होता है हस्तमैथुन के कारण आई हुई कमजोरी का इलाज होता है।
अगर हस्तमैथुन के कारण आपको कमजोरी आ गई है या वीर्य कम हो गया है तो इसके लिए अश्वगंधा, शतावर, शिलाजीत, मूसली पाक, इत्यादि चीजों का सेवन करें। यह सभी चीज ऑनलाइन और बाजारों में आयुर्वेदिक स्टोर पर आराम से मिल जाते हैं।
आप चाहे तो 50 ग्राम अश्वगंधा, 50 ग्राम शतावर, 50 ग्राम मूसली पाक और 10 ग्राम शुद्ध शिलाजीत इन सभी को आपस में मिलाकर रख ले। अब रोज सुबह शाम एक गिलास दूध में दो-तीन चम्मच शहद डालकर और एक चम्मच इस पाउडर को और 1 नाखून के बराबर शिलाजीत डालकर लगातार 30 से 40 दिन तक इसका सेवन करें।
इससे आपकी वीर्य की कमी दूर हो जाएगी और आपकी कमजोरी भी ठीक हो जाएगी।