जीवन में सेक्स कब कैसे और कितनी बार करना चाहिए? jindagi me sex kitni baar karna chahiye
जीवन में सेक्स कब कैसे और कितनी बार करना चाहिए?
हम सभी की जिंदगी का सेक्स एक खास और बहुत खूबसूरत एहसास होता है। सेक्स को लेकर सभी लोगों के मन में कई सारे ख्याल और सवाल होते हैं और ये ठीक भी है ना। क्योंकि इस दुनिया में एक आम मानव के लिए सेक्स ही आनंद का सबसे बड़ा जरिया है और जब इसी आनंद में किसी वजह से बाधा उलझन या रुकावट आती है तो इंसान के दिमाग में कई सारे सवाल घूमने लगते हैं। और इंसान परेशान हो जाता है। हमारे समाज में कई महिलाओं और पुरुषों के मन में सेक्स करने का सही समय और इसको कितनी बार करना चाहिए इसको लेकर सवाल उठते रहते हैं। मगर कहीं से भी संतुष्टि दायक जवाब नहीं मिलता। इसलिए आज हम इसी सवाल पर आपको बताएंगे की सेक्स कब, क्यों और कैसे करना चाहिए।
शादी से पहले सेक्स करना चाहिए या नहीं।
कई लोग शादी से पहले सेक्स करना गलत मानते हैं मगर मौका मिलने पर चूकते नहीं है। और चूके भी क्यों वैसे अगर देखा जाए तो शादी से पहले सेक्स करना कोई बहुत बड़ा अपराध भी नही होता है ल। परंतु भारत में जहां ब्रह्मचर्य धारण करने का नियम रहा है वहां अविवाहित पुरुषों और स्त्रियों को संभोग करना वर्जित माना जाता है। ल परंतु आज के जमाने में शादी से पहले सेक्स एक आम बात हो गई है। आजकल लड़के लड़कियों का मिलना बातें करना अपनी चीजें शेयर करना एक सामान्य बात हो गई है। ऐसे में अगर लड़का और लड़की एक दूसरे की ओर आकर्षित होते हैं और सेक्स तक चले जाते हैं तो कोई आश्चर्य की बात नहीं है। और वैसे भी पश्चिमी सभ्यता ने हमारे भारत पर पूरा रंग जमा लिया है।
ऐसे में यह सोचना की शादी से पहले सेक्स करना सही है या गलत यह एकदम निरर्थक सवाल लगेगा। ऐसे में सिर्फ एक नियम लागू होता है की लड़का और लड़की संभोग के लायक है और वह दोनों राजी है तो उनको सावधानी के साथ संभोग कर लेना चाहिए। मगर दोनों को अपनी इज्जत के बारे में भी सोच लेना चाहिए वरना बाद में इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। बाद में आपसी रिश्ते खराब होने की वजह से जब अलग होना पड़े तो दोनों को इसके लिए भी तैयार रहना चाहिए। वरना दोनों में से जब कोई एक छोड़कर जाता है तो दूसरे को बहुत दर्द होता है।
शादी के बाद सेक्स
कुछ लोग शादी के बाद अपनी बीवी के साथ बिल्ली मारने वाला गेम खेलने लगते हैं। जो कि बिल्कुल गलत है। शादी के बाद स्त्री पुरुष का भावनात्मक मेल सबसे ज्यादा जरूरी है।।क्योंकि सेक्स जब हृदय से शुरू होकर जांघो को तक पहुंचता है तब इसका आनंद परमानंद के बराबर होता है। परंतु जब पति और पत्नी का भावनात्मक मिलाव नहीं होता और सिर्फ सेक्स होता है तो वह सेक्सी मात्र पशुओं का सेक्स होता है इससे ज्यादा कुछ नहीं। शादी के बाद जो लोग एक दूसरे को जाने बिना सेक्स कर लेते हैं उनको अपने रिश्ते को आगे तक ले जाने में और समझने में बहुत परेशानी उठानी पड़ती है। शादी के बाद सेक्स को खुशनुमा बनाए रखने के लिए भावनात्मक जुड़ाव बहुत जरूरी है।
विशेषज्ञों की माने तो शादी के तुरंत बाद सेक्स नहीं करना चाहिए बल्कि कुछ दिनों या हफ्तों तक अपने ऊपर कंट्रोल करके एक दूसरे को भलीभांति समझना चाहिए उसके बाद सेक्स की सीढ़ियां चढ़ना चाहिए।इंसान का सेक्स और सेक्स पावर एक समय तक ही अच्छे रहते हैं बाद में आपके रिश्ते को चलाने के लिए भावनात्मक जुड़ाव और समझदारी ही काम आती है। इसलिए शादी के बाद जल्दी बाजी ना करें आराम से आगे बढ़े।
सेक्स करने का सही टाइम क्या है
वैसे अगर देखा जाए तो सेक्स करने का कोई भी फिक्स या सही टाइम नहीं होता है। सेक्स का टाइम आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप कब बिल्कुल शांत और फ्री महसूस करते हैं। अगर आप भरे पूरे घर में रहते हैं और आपस में मिलने का समय बहुत कम मिलता है तो ऐसे में दोनों को कहीं एकांत ही संभोग करना चाहिए। हर इंसान को चाहिए कि जब वह संभोग करें तो कभी भी जल्दी बाजी न करे और अशांत माहौल में न करें।
दिन में कितनी बार सेक्स करना चाहिए।
अगर बात करे की दिन में कितनी बार सेक्स करना चाहिए तो ये बात आपके स्वास्थ्य और उम्र पर डिपेंड करता है। अगर आप हस्तपुष्ट और 40 वर्ष से उपर के हैं तो भी आप 2 दिन में एक बार संभोग कर सकते हैं परंतु अगर आप 20 वर्ष के हैं और आपका शरीर कमजोर और अस्वस्थ है तो आप सप्ताह में एक बार भी सही से संभोग नहीं कर सकते।
वैसे अगर उम्र के हिसाब से देखा जाए तो 20 से 30 वर्ष के व्यक्तियों को सप्ताह में दो या तीन बार संभोग करना चाहिए। फिर 30 से 40 वर्ष के लोगों को सप्ताह में एक से दो बार संभोग करना चाहिए 40 से 50 वर्ष के लोगों अपने शरीर की क्षमता के अनुसार महीने में दो से चार या पांच बार संभोग करना चाहिए। 50 से 60 वर्ष के लोगों को महीने में एक या दो बार संभोग करना चाहिए। 60 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों को संभोग नहीं करना चाहिए। क्योंकि 60 वर्ष के बाद व्यक्ति की शक्ति घटने लगती है और व्यक्ति कई रोगों का शिकार हो जाता है। ऐसे में अगर व्यक्ति सेक्स करता है तो वह सही से कर नही पायेगा और उसको सेक्स का पूरा आनंद भी नहीं मिल पाएगा साथ ही साथ उस व्यक्ति का शरीर भी कमजोर हो जाएगा।