ओरल सेक्स क्या है? इसके फायदे क्या है? Oral sex kaise karen
ओरल सेक्स क्या है? इसके फायदे क्या है? Oral sex kaise karen
अपने पार्टनर के लिंग या योनि को चाटना और चूसना मुखमैथुन कहलाता है।ओरल सेक्स प्राचीन काल से ही प्रचलित है और इसको कामसूत्र नाम के ग्रंथ में सम्मान भी मिला है। खजुराहो और कोणार्क के मंदिरों में जो मूर्तियां बनाई गई हैं उनमें मुखमैथुन करती हैं मूर्तियां भी बनाई गई हैं।
कामसूत्र ग्रंथ के एक सूत्र में लिखा है कि स्त्री पुरुष को कौवे की आकृति में लेट कर पुरुष को अपने प्रेमिका की योनि को अमृत का झरना समझकर रसपान करना चाहिए और स्त्री को चाहिए कि वह अपने प्रेमी के लिंग को पके आम की तरह चूसे भारतीय समाज के हिंदू धर्म में सेक्स को मानव जीवन का एक अनिवार्य अंग माना गया है क्योंकि धर्म और अर्थ के बाद काम को भी स्वीकार किया गया है।
अपने पार्टनर के लिंग या योनि को चाटना और चूसना मुखमैथुन कहलाता है।ओरल सेक्स प्राचीन काल से ही प्रचलित है और इसको कामसूत्र नाम के ग्रंथ में सम्मान भी मिला है। खजुराहो और कोणार्क के मंदिरों में जो मूर्तियां बनाई गई हैं उनमें मुखमैथुन करती हैं मूर्तियां भी बनाई गई हैं।
इसलिए ओरल सेक्स को आनंद प्राप्त करने का एक जरूरी साधन माना जा सकता है।होठों और स्तनों पर चुंबन सभी स्त्रियों के लिए सेक्सी होता है मगर योनि का चुंबन और भगनाशा का घर्षण स्त्री की सेक्स इच्छा को भड़का देता है।
ओरल सेक्स पर वैज्ञानिक रिसर्च:-Oral sex kaise karen
जब पुरुष अपनी जीभ से योनि को चूसता और चाटता है तो मस्तिष्क में स्थित पिट्यूटरी ग्लैंड उत्तेजित होता है और शक्तिशाली हारमोंस रिलीज करता है जिस कारण पुरुषों के माइंड का निष्क्रिय हिस्सा सक्रिय हो जाता है और पुरुष की मानसिक ऊर्जा का विकास होता है। ओरल सेक्स की जरूरत कई मौकों पर पड़ती है जैसे स्त्री को फोरप्ले करने के लिए, गर्भधारण ना होने के लिए और पुरुषों का लिंग खड़ा करने के लिए।
अधिकतर स्त्रियों को देखा गया है कि वह लिंग के विषय में बहुत रुचि रखती हैं इसलिए वह जब खड़े लिंग को देखती हैं तो उनके अंदर रोमांस जागने लगता है और उनका दिल चाहता है कि वह लिंग के साथ खेले उसको चूमे और लाड़-प्यार करें।
यह सब होना सामान्य बात है इसलिए अगर वह ऐसा करती हैं तो उन्हें मना मत करें और ना ही गलत नजर से देखें।