वीर्य कैसे बनता है और वीर्य में क्या-क्या होता है?- virya kaise banta hai

  वीर्य कैसे बनता है- virya kaise banta hai, kya virya nikalne se kamjori aati hai

वीर्य कैसे बनता है और वीर्य में क्या-क्या होता है?- virya kaise banta hai


     अगर आपकी भी जिज्ञासा यही है कि वीर्य कैसे बनता है और वीर्य में क्या-क्या होता है?- virya kaise banta hai तो इस पोस्ट में आखिरी तक बने रहिए आज हम आपको बताएंगे कि वीर्य कैसे बनता है और इसके अंदर क्या-क्या होता है|

  पुराने समय से एक धरना चली आ रही है कि सौ बूंद खून से एक बूंद वीर्य बनता है।मगर आज के वैज्ञानिक इस बात को झूठ मानते हैं और जहां तक यह सच भी है क्योंकि अगर ऐसा होता तो आप खुद सोचिए कि आपने कितना वीर्य बहा दिया होगा आपको कभी का मर जाना चाहिए था।इसलिए पुरानी मान्यताओं को छोड़िए और धैर्य से इस परेशानी का इलाज कीजिए क्योंकि आज के समय में यह समस्या आम बात है।

    अगर हम बात करें कि वास्तव में वीर्य में क्या-क्या होता है?तो वह कुछ इस प्रकार है:-
 वीर्य में जल 85 से 90%.
 प्रोटीन खनिज लवण और विटामिन 10 से 12%.
 और शुक्राणुओं की संख्या मात्र 1 से लेकर 2% तक होती है।।

● वीर्य क्या है- virya kya hai.

  सेक्स करते समय कामवासना जब चरम सीमा पर जाकर समाप्त हो जाती है तब हमारे लिंग से हल्का दूधिया पदार्थ निकलता है।जिसको वीर्य कहते हैं वीर्य। वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि यह हमारे शरीर में स्थित चार ग्रंथियां वृषण,शुक्राशय, प्रोस्टेट और कॉपर के स्त्राव का मिश्रण होता है।यह हल्का सफेद, गाढ़ा,चिपचिपा और गीला पदार्थ होता है। 

  एक स्वस्थ व्यक्ति का जब वीर्य निकलता है तब बहुत गाढ़ा और चिपचिपा होता है परंतु 10 से 15 मिनट के बाद इसका रंग पानी के जैसा हो जाता है अगर यह वीर्य कपड़े पर गिर जाए तो दाग बनकर जम जाता है।

    औसतन 1 बार के वीर्यपात में 4 से 5 ml यानी एक छोटा चम्मच वीर्य निकलता है जिसमें लगभग 40 से 50 करोड़ शुक्राणु होते हैं। जिसमे प्रति ml 5 से 12 करोड़ शुक्राणु होते हैं। अगर हमारे वीर्य में प्रति ml दो करोड़ से कम शुक्राणु होते हैं तो ऐसे वीर्य को अल्प शुक्राणु या वीर्य की कमी माना जाता है।

वीर्य कैसे बनता है और वीर्य में क्या-क्या होता है?- virya kaise banta hai

 
● वीर्य कितने दिन में बनता है- viry kitne din me banta

आयुर्वेद के अनुसार और अगर कुछ महान लोगों के हिसाब से माने तो वीर्य बनने में 72 दिन का समय लगता है। मतलब की वीर्य शुरू से लेकर आखिरी तक बनने में 72 दिन का समय लग जाता है।

    यह अलग-अलग लोगों पर अलग-अलग तरीके से भी लागू हो सकता है। यानी जो स्वस्थ होते हैं उनका इससे कुछ कम दिनों में वीर्य बनकर तैयार हो जाता है और उनके वीर्य की थैली भर जाती है।

  परंतु वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें तो 14 से 35 साल की उम्र तक हमारे वीर्य की थैली 48 घंटे के अंदर भर जाती है और अगर वास्तविक रूप से देखे तो यह सत्य भी है।

  प्राचीन समय के लोग वीर्य को बहुत महत्व देते थे और ब्रह्मचर्य का पालन करने का नियम बताते थे परंतु ब्रह्मचर्य का पालन करना और वीर्य को स्टोर करना दोनों अलग बात है।

   अगर आप जवान हैं और अच्छा खाते पीते हैं तो आपकी वीर्य की थैली तीन दिनों में आराम से भर जाएगी। अगर आप हस्तमैथुन वगैरह नहीं करते हैं यह आपके सपने दोष वगैरा नहीं होते हैं तो 10 से 15 दिनों में आपका स्वपनदोष हो जाएगा और यह निकल जायेगा।

  इसलिए यह बात गलत है कि वीर्य 72 दिनों के अंदर बनता है। हां यह बात सत्य है कि वीर्य 7 दिनों के अंदर बनकर परिपक्व जरूर होता है।

● वीर्य की कमी के लक्षण- virya ki kami ke lakshan

जिस तरह जब हमारे शरीर में पोषण तत्वों की कमी होती है या कमजोरी होती है तो हमको चक्कर आना और किसी काम में मन ना लगने की समस्या होती है। ठीक उसी तरह वीर्य हमारे शरीर का एक निचोड़ होता है और यह हमारे स्वास्थ्य पर निर्भर रहता है।

वीर्य कैसे बनता है और वीर्य में क्या-क्या होता है?- virya kaise banta hai


  अगर हम स्वस्थ रहेंगे तो हमारा वीर्य भी ज्यादा और गुणवत्तापूर्ण होगा। कुछ लक्षण जिससे आप यह पता लगा सकते हैं आपके शरीर मे वीर्य की कमी है जैसे:-
  1. संभोग के बाद कम वीर्य निकलना,
  2. वीर्य निकालने में दर्द होना,
  3. वीर्य निकलने के बाद कमजोरी ज्यादा महसूस होना,
  4. एक बार वीर्य निकलने के बाद दोबारा संभोग करने का मन ना करना,
  5. वीर्य निकलने के बाद चक्कर आना,
  6. वीर्य पानी के जैसा पतला होना,
  7. वीर्य का रंग बिल्कुल हल्का होना,
आदि कई सारे लक्षण है जिसे यह पता चलता है की आपका वीर्य कम हो गया है।


 ● वीर्य कैसे बढ़ाएं- virya kaise badhaye,


वीर्य बढ़ाने के लिए सबसे जरूरी चीज है कि अपने शरीर को स्वस्थ रखें और अपने खान-पान पर मुख्य रूप से ध्यान दें ल। जब मशीन अच्छी होती है और वह अच्छे से कार्य करती है तभी प्रोडक्ट अच्छे निकलते हैं। ठीक उसी तरह यदि शरीर स्वस्थ रहेगा और उसके अंदर स्वस्थ खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल करेंगे तो वीर्य भी स्वस्थ और अधिक मात्रा में बनेगा।

  इसके लिए कुछ चीजों को और बुरी आदतों को अवॉइड करना पड़ेगा। जैसे:-
  1. धूम्रपान और अल्कोहल का अधिक सेवन न करें इससे दिमाग और शरीर पर बहुत बुरा असर पड़ता है।
  2. अधिक टाइट अंडरवियर जींस तथा टाइट कपड़े ना पहने।
  3. अधिक गर्म चीज, तली-भुनी चीज और मिर्च मसालेदार चीजों का सेवन कम करें।
  4. आलू,मैदा, बेसन, चीनी और अधिक नमक वाली चीजों से परहेज करें।
  5. सोया और एस्ट्रोजन युक्त खाद्य पदार्थों से बचे यह टेस्टोस्टेरोन की मात्रा को घटाते हैं और वीर्य की मात्रा को भी कम करते हैं। इसलिए डब्बा बंद खाद्य पदार्थ और रेडीमेड खाद्य पदार्थों से बचे। इसके अलावा बासी भोजन अनियमित खान-पान और तनाव से भी बचे।

वीर्य कैसे बनता है और वीर्य में क्या-क्या होता है?- virya kaise banta hai

 ● वीर्य को गाढ़ा कैसे करें-virya gadha kaise karen,

  • वीर्य को बढ़ाने के लिए और गाढ़ा करने के लिए पर्याप्त मात्रा में 6 से 8 घंटे की अच्छी नींद ले।
  • अधिक मात्रा में पानी और तरल पदार्थ का सेवन करें।
  • फलों का जूस जैसे संतरा, मौसमी, सेब, अनार, अंगूर इत्यादि ज्यादा ले साथ ही साथ गन्ने के रस का भी सेवन कर सकते हैं।
  • भोजन में पके हुए भोजन के साथ सलाद भी अधिक मात्रा में ले। सलाद में प्याज, खीरा, पत्ता गोभी और टमाटर खाने से वीर्य की गुणवत्ता सुधरती है तथा वीर्य का उत्पादन अच्छी तरीके से होता है।
  • इसके अलावा अश्वगंधा, शतावर और शिलाजीत का सेवन करने से भी वीर्य अधिक बढ़ता है।

 ● वीर्य गाढ़ा करने की दवा वीर्य शोधन वटी - virya shodhan vati

वीर्य शोधन वटी एक ताकतवर और आयुर्वेदिक औषधि है। यह वीर्य को शुद्ध करती है, शीघ्रपतन को ठीक करती है, नपुंसकता को मिटाती है और व्यक्ति को ताकतवर बनती है।

  जिन लोगों का वीर्य कम, पतला या शुक्राणुओं की मात्रा घट गई है उन लोगों को यह दवाई दी जाती है।

    इसके अंदर चांदी के वर्क, प्रवाल पिष्टी, शुद्ध शिलाजीत, वंग भस्म, गिलोय का सत्व यह सब बराबर मात्रा में 10-10 ग्राम और कपूर 3 ग्राम मिलकर बनाया जाता है। आप इसको ऑनलाइन या किसी आयुर्वैदिक स्टोर से भी खरीद सकते हैं।

 इसको दो-दो गोली रोज हल्के गर्म दूध के साथ मिश्री मिलाकर सुबह नाश्ते के बाद और रात को खाना खाने के आधे घंटे के बाद ले सकते हैं। यह यौनांगों की कमजोरी, धातु रोग, मूत्र रोग आदि सभी परेशानियों को जड़ से खत्म कर देता है।

वीर्य कैसे बनता है और वीर्य में क्या-क्या होता है?- virya kaise banta hai

 ● वीर्य गाढ़ा करने की दवा वीर्य स्तम्भन वटी- virya stambhan vati

वीर्य स्तंभ वटी भी एक आयुर्वेदिक दवा है और यह भी पुरुषों की कमजोरी को दूर करता है और उनके वीर्य को बढ़ाता है।
 
  यह पावर स्टैमिना को बढ़ाकर शीघ्रपतन और नपुंसकता को भी ठीक करता है। वीर्य स्तंभन वटी के अंदर सिद्ध मकरध्वज, केसर, जुन्दबेदस्तर, लोबान के फूल, अकरकरा, जावित्री, भीमसेनी कपूर और लौंग मिलाया जाता है।

   वीर्य स्तंभन वटी स्तंभन शक्ति को तो बढ़ाता ही है साथ ही साथ यह वीर्य विकार को भी दूर करता है। यह वीर्य को गाढ़ा करता है, पाचन शक्ति को ठीक करता है और शरीर में चुस्ती तथा फूर्ति देता है। अगर आप सेक्स लाइफ को खुलकर जीना चाहते हैं और सोचते हैं कि वीर्य कैसे बढ़ाए तो वीर्य स्तंभन वटी का प्रयोग जरूर करें। 
 
  वीर्य स्तंभ वटी के प्रयोग से आपकी सारी सेक्स समस्याएं खत्म हो जाएंगी। वीर्य स्तंभन वटी को प्रयोग करने के लिए पुरुष सुबह-शाम दो गोली खाना खाने और नाश्ता करने के बाद दो चम्मच शहद मिले हुए हल्के गुनगुने दूध के साथ प्रयोग करें।


 ● वीर्य गाढ़ा करने वाले कैप्सूल- virya gada karne ki dawa

वैसे तो बाजार में वीर्य गाढ़ा करने वाले कैप्सूल कई सारे हैं परंतु आयुर्वेदिक वीर्य को गाढ़ा करने वाले कैप्सूल भी बहुत ज्यादा फायदेमंद साबित होते हैं। अगर आप एलोपैथिक वीर्य गाढ़ा करने वाले कैप्सूल लेते हैं तो इससे आपको कई सारे साइड इफेक्ट झेलने पड़ सकते हैं।

  इसलिए अगर आपको कैप्सूल लेने हैं तो हमेशा आयुर्वेदिक वीर्य गाढ़ा करने वाले कैप्सूल का ही प्रयोग करें। आयुर्वेदिक वीर्य गाढ़ा करने वाले कैप्सूल की लिस्ट में एनर्जीक 31 कैप्सूल, टेंटेक्स फोर्ड टैबलेट और रसायन वटी आदि दवाइयां और कैप्सूल बहुत लाभदायक साबित होती है। 

  परंतु इनको हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही ले, क्योंकि यह दवाइयां और कैप्सूल बहुत रिसर्च के बाद बनाई जाती है। वैसे तो यह आमतौर पर कोई नुकसान नहीं देती है परंतु अलग-अलग व्यक्ति की समस्या और स्थिति अलग होती है। इसलिए वीर्य गाढ़ा करने वाले कैप्सूल या दवाइयां लेने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर ले लेवें।



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