शीघ्रपतन का इलाज जड़ से (shighrapatan ka ilaj jad se)
शीघ्रपतन का इलाज जड़ से (shighrapatan ka ilaj jad se)
● शीघ्रपतन क्या है (shighrapatan kya hota hai)
शीघ्रपतन संभोग के विषय में एक ऐसी स्थिति को कहा जाता है जिसके अंतर्गत पुरुष संभोग करने के दौरान जब लिंग को योनि में प्रवेश करता है और घर्षण करता है तो मात्र कुछ ही मिनट या सेकेंडो में जब उसका वीर्य निकल जाता है और उत्तेजना शांत हो जाती है तो उसको शीघ्रपतन या शीघ्र स्खलन कहा जाता है ।
हम ऐसा भी कह सकते हैं कि पुरुष की इच्छा के बिना यानी उसकी संतुष्टि के बिना स्त्री के साथ सहवास करते हुए संभोग से पहले या कुछ देर बाद में ही वीर्यपात हो जाए तो उसे शीघ्रपतन कहा जाता है। यह व्याधि सबसे ज्यादा पुरुषों को ही परेशान करती है।
शीघ्रपतन की सबसे खराब दशा या होती है कि कई बार संभोग करने से पहले या कुछ सेकेंडो बाद ही वीर्यपात हो जाता है। ऐसे में पुरुष को स्त्री के सामने बहुत शर्मिंदगी झेलना पड़ती है। वास्तव में संभोग की अवधि कितनी होनी चाहिए या वीर्यपात कितनी देर में होना चाहिए इसका कोई निश्चित मापदंड नहीं है।
परंतु कई सेक्स विशेषज्ञों का कहना है कि इंटर कोर्स यानी लिंग को योनि में डालकर घर्षण करने के 60 सेकंड के भीतर ही अगर किसी पुरुष का वीर्य निकल जाता है तो इसे शीघ्रपतन यानी प्रीमेच्योर इजेकुलेशन कहा जाता है।
इंटरनेशनल सोसायटी आफ सेक्सुअल मेडिकल के एक्सपर्ट का कहना है कि विश्व भर में करीब 30% लोग इस समस्या से पीड़ित हैं।
● शीघ्रपतन क्यों होता है (shighrapatan kyu hota hai)
यूं तो शीघ्रपतन होने के कई सारे कारण है परंतु हम यहां पर कुछ मुख्य कारण आपको बताएंगे जिन पर ध्यान देकर अगर आप इन कारणों से बचने की कोशिश करते हैं तो आपको शीघ्रपतन की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। शीघ्रपतन के कारणों में या शीघ्रपतन क्यों होता है इसके पीछे जो कारण जिम्मेदार हैं वह हैं।
- ● खानपान की आदतों का खराब होना,
- ● उचित मात्रा में और उचित समय पर भोजन न करना,
- ● शरीर में पोषण की कमी हो जाना,
- ● विटामिन vitamin प्रोटीन कम लेना,
- ● पाचन तंत्र का कमजोर हो जाना,
- ● लगातार पेट खराब रहना,
- ● लंबे समय तक कब्ज बने रहना,
- ● शरीर में वीर्य कम मात्रा में बनना,
- ● पुरुष हार्मोन कम बनना या ज्यादा बनना,
- ● लिंग की नसें कमजोर हो जाना या फिर लिंग मुंड अधिक सेंसिटिव हो जाना,
- ● किसी प्रकार का तनाव, दुख, दर्द या अवसाद,
- ● रीढ़ में किसी प्रकार का चोट लग जाना या कोई दर्द अथवा बीमारी हो जाना,
- ● हस्तमैथुन ज्यादा करना,
- ● चोरी चुपके या डर और भय में संभोग करना,
- ● कामकला का ज्ञान ना होना,
- ● स्त्री पूर्ण रूप से उत्तेजित न हुई हो तब संभोग करना,
- ● सेक्स के विचारों को ज्यादा सोचना,
- ● स्टेट ग्रंथि में सूजन या इन्फेक्शन होना,
- ● पेशाब की नली में इन्फेक्शन होना,
- ●लिवर में खराबी होना,
- ● सांस फूलने की बीमारी
आदि कारणों से व्यक्ति को शीघ्रपतन हो जाता है या फिर उसकी सेक्स पावर कम हो जाती है। इसके अलावा जिन लोगों का लिंग अच्छी तरीके से उत्तेजित यानी खड़ा नहीं होता उनका भी शीघ्रपतन की समस्या ज्यादा होती है।
● शीघ्रपतन रोकने के उपाय (shighrapatan ko kaise roke)
1 खानपान में सुधार करें:-
सड़े-गले बासी डिब्बाबंद खट्टे और नशीले पदार्थों का सेवन तथा अनियमित खानपान छोड़ दें। क्योंकि इन सब पदार्थों के सेवन से हमारा पाचन खराब हो जाता है। पाचन खराब होने से इसका दुष्प्रभाव हमारे यौन अंगों पर पड़ता है जिससे हमारे यौनांग कमजोर हो जाते हैं।2 काम कला की शिक्षा लें :-
काम कला की शिक्षा लें और सेक्सुअल टेक्निक सीखें। सिर्फ पोर्न मूवी देख कर सेक्स करना ठीक नहीं क्योंकि जैसा पोर्न मूवी में दिखाया जाता है वैसा वास्तविक जीवन में नहीं होता ।।3 नियमित सेक्स करें:-
जो लोग अधिक दिनों के अंतराल पर सेक्स करते हैं उनका अधिक उत्तेजना और वीर्य की अधिकता के कारण शीघ्रपतन हो जाता है। यानी वीर्य जल्दी निकल जाता है। इसलिए ऐसे लोगों को चाहिए कि वह एक रात में दो बार सेक्स करें जिससे उनकी कामोत्तेजना समाप्त हो जाती है और दोबारा सेक्स करने से वह ज्यादा समय तक टिके रहेंगे।मगर ध्यान रहे कि एक रात में 2 बार से ज्यादा सेक्स ना करें और एक रात में दो बार सेक्स करने के बाद कम से कम 2 दिन का गैप अवश्य दें।
सुबह नाश्ते में 4 केले खाकर एक गोली बसंत कुसुमाकर रस खाएं और 20 ग्राम मिश्री मिला हुआ 300 ml गर्म दूध 90 दिन तक लगातार सेवन करें। (डायबिटीज के रोगी यह प्रयोग ना करें)
इसके प्रयोग से बचपन में की गई गलतियां,धातु रोग और जितने भी प्रकार के सेक्स रोग हैं सभी जड़ से खत्म हो जाते हैं। इसके सेवन से आपके अंदर नई शक्ति और उत्साह का संचार होगा यह प्रयोग 3 महीने से ज्यादा ना करें।
4 लिंग मुंड अधिक संवेदनशील होने पर क्या करें:-
कुछ लोगों के लिंग की सुपारी अधिक संवेदनशील होती है ऐसी दशा में डबल कंडोम चला लीजिए या बाजार से कोई क्रीम या जेली मंगाकर लिंग मुंड पर लगा लीजिए। मगर ध्यान रखें कि क्रीम या जेली मंगाकर लगाते समय डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।5 हस्तमैथुन छोड़ दें :-
हस्तमैथुन करने से हमारे लिंग की नसें कमजोर हो जाती हैं और हमारा वीर्य पतला और कम हो जाता है।● शीघ्रपतन की आयुर्वेदिक दवा(shighrapatan ki ayurvedic dawa)
-:आयुर्वेदिक इलाज:-
सुबह नाश्ते में 4 केले खाकर एक गोली बसंत कुसुमाकर रस खाएं और 20 ग्राम मिश्री मिला हुआ 300 ml गर्म दूध 90 दिन तक लगातार सेवन करें। (डायबिटीज के रोगी यह प्रयोग ना करें)
इसके प्रयोग से बचपन में की गई गलतियां,धातु रोग और जितने भी प्रकार के सेक्स रोग हैं सभी जड़ से खत्म हो जाते हैं। इसके सेवन से आपके अंदर नई शक्ति और उत्साह का संचार होगा यह प्रयोग 3 महीने से ज्यादा ना करें।