पुरुष का स्पर्म कितना होना चाहिए जिससे बच्चा ठहर सकता है-shukranu kaise badhaye bacche paida karne ke liye
पुरुष का स्पर्म कितना होना चाहिए जिससे बच्चा ठहर सकता है-shukranu kaise badhaye bacche paida karne ke liye
आज के समय में बांझपन यानी निसंतानता एक ऐसी समस्या है जो दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। इसको बहुत गंभीर तरीके से लेना चाहिए। आमतौर पर लोगों का मानना होता है कि महिला ही बांझपन का मुख्य कारण है परंतु यह सच नहीं है। बांझपन के लिए सबसे मुख्य कारण पुरुष का होता है।
पुरुषों में भी बांझपन के लक्षण होते हैं मगर वह बाहर से नहीं दिखाई देते हैं। बाहर से आपको स्वस्थ और बलवान दिखने वाला पुरुष भी बांझ यानी संतान पैदा करने के योग्य नहीं हो सकता है।
इसका मुख्य कारण है उसके शुक्राणु कमजोर होना, उनमें कोई खराबी आना या फिर शुक्राणुओं की कमी हो जाना। अब इसमें मुख्य सवाल यह आता है कि पुरुष का स्पर्म कितना होना चाहिए जिससे गर्भधारण या बच्चा ठहर सकता है।
इसके लिए पहले कुछ चीजों पर ध्यान देंगे फिर आपको अच्छे से बताएंगे कि नॉर्मली कितना स्पर्म होना चाहिए। सबसे पहले हम यह बात कर लेते हैं कि स्पर्म कैसे बनता है क्योंकि यह जाने बिना यह जानना बेकार है कि स्पर्म की संख्या कितनी होनी चाहिए। और स्पर्म कैसे बढ़ाएं।
● स्पर्म क्या है। (sperm kya hai)
जवानी में जब कोई पुरुष 6 से 8 दिन के अंतर पर सेक्स करता है तो उसका वीर्य गाढ़ा और ज्यादा निकलता है।मगर जब रोज़ ऐसा करता है तब वीर्य कम और पतला हो जाता है। सामान्य तौर पर एक स्वस्थ व्यक्ति जो 15 से 30 वर्ष का है उसके वीर्य की थैली 24 से लेकर 48 घंटे के अंदर पूरी तरह भर जाती है।
यानी अगर सप्ताह में दो से तीन बार सेक्स किया जाए तो कोई हानि नहीं होती और सेक्स क्षमता बनी रहती है। क्योंकि नियमित सेक्स करने से हमारे यौन अंगों का व्यायाम होता है।
संभोग के समय जब पुरुष कामवासना से भर जाता है तो शुक्राणु अंडकोषों से निकलकर शुक्राशय की ओर बढ़ते हैं और जब स्खलन होता है तब प्रोस्टेट और काउपर ग्रंथियो का रस इसके साथ मिल जाता है।
प्रोस्टेट ग्रंथि के स्राव के कारण वीर्य का रंग हल्का सफेद होता है।जब इसको माइक्रोस्कोप द्वारा देखते हैं इस में छोटे छोटे कीड़े दौड़ते हुए नजर आते हैं इनको ही शुक्राणु कहा जाता है।।
● स्पर्म कैसे बनता है हिंदी(shukranu kaise banta hai)
पुरानी मान्यताओं के अनुसार हम जो खाते पीते हैं उससे रस बनता है रस से खून, खून से मेंद बनता है, मेद से अस्थि, अस्थि से मज्जा, मज्जा से वीर्य वगैरा बनता है परंतु अगर वैज्ञानिकों की माने तो पुरुषों में शुक्राणुओं के उत्पादन का मुख्य जिम्मेदार टेस्टोस्टेरोन हार्मोन होता है।
यह हार्मोन शुक्राणुओं के उत्पादन के लिए मुख्य हार्मोन माना जाता है। जिस व्यक्ति के शरीर में टेस्टोस्टेरोन की कमी होगी उसका वीर्य भी कम होगा। स्पर्म बनने की प्रक्रिया में इसके अंदर प्रोस्टेट ग्लैंड, सेमिनल वेसाइकल और यूरेथ्रल नमक ग्रंथियां से मिलने वाले रसों का हाथ भी होता है।
वीर्य के अंदर लगभग 60% सेमिनल वेसाइकल ग्रंथि का रस, 30% प्रोस्टेट ग्लैंड का स्त्राव और 10% अंडकोष में बनने वाले शुक्राणु यानी कि स्पर्म होते हैं। यह स्पर्म इसी वीर्य में तैरते रहते हैं।
12 से 13 वर्ष की आयु तक हमारे अंडकोष में शुक्राणुओं का निर्माण अच्छी तरीके से नहीं होता है। परंतु 12-13 साल के बाद और 17 से 18 साल की उम्र तक शुक्राणु बनने की प्रक्रिया तेज हो जाती है और इस बीच कई लोग हस्तमैथुन के शिकार हो जाते हैं।
शुक्राणु अंडकोष से निकलने के बाद इसके ऊपरी हिस्से में एक महीने तक रहता है और अगर इसके पूरी तरीके से बनने और बाहर निकालने की बात करें तो 72 दिन का समय लग जाता है।
जो लोग अधिक गर्मी में या अधिक टाइट कपड़े पहनते हैं उनके वीर्य का उत्पादन भी कम हो जाता है। इसलिए प्रकृति ने वीर्य कोष को हमारे शरीर से बाहर दिया है। ताकि इसको ज्यादा गर्मी न झेलना पड़े।
1 दिन में कितना स्पर्म बनता है(shukranu kaise banta hai)
एक नॉर्मल स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में 1 दिन में 5 ग्राम से लेकर 15 ग्राम शुक्राणुओं का उत्पादन हो सकता है। जिस व्यक्ति का शरीर मजबूत बलवान और टेस्टोस्टेरोन की मात्रा ज्यादा होगी उसके शरीर में उतना ही ज्यादा वीर्य और शुक्राणु बनते हैं।
परंतु इनको परिपक्व होने में कम से कम एक सप्ताह का समय लग जाता है। अब बात करते हैं की एक सामान्य पुरुष का स्पर्म कितना होना चाहिए जिससे बच्चा ठहर सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार माने तो एक पुरुष के 1ML वीर्य में 15 मिलियन यानी डेढ़ करोड़ शुक्राणु होने चाहिए। अगर 1ML वीर्य में 15 लाख से कम या एक स्खलन में 40 लाख से कम शुक्राणु बाहर निकलते हैं तो यह पुरुष में बांझपन का कारण बन सकता है।
इसके अलावा जिन लोगों में नॉर्मल वीर्य बनता तो है परंतु उनके वीर्य कमजोर होते हैं या उनमें कोई विकृति होती है तो इस कारण भी गर्भधारण नहीं होता है। अगर गर्भ धारण होता भी है तो वह बच्चा बहुत कमजोर और उसके अंदर बहुत खराबी होती है।
पुरुषों के स्पर्म की चलने की गति को भी देखा जाता है अगर वह कम एक्टिव हैं और अस्वस्थ हैं तो भी वह बांझपन का कारण बन सकते हैं। यानी इससे वह अंडे को फर्टिलाइज नहीं कर सकते हैं इसके अलावा अगर आपके वीर्य में शुक्राणुओं की मात्रा नॉर्मल है परंतु उसमें से अधिकतर मृत है तो भी यह वीर्य खराब माना जाएगा।
● स्पर्म पतला होने का कारण या स्पर्म कम होने का कारण(sperm patla hone ke karan)
स्पर्म पतला या वीर्य पतला होने के पीछे कई सारे कारण जिम्मेदार हैं। जैसे:-
वेरीकोसिल जिसके अंदर अंडकोष की नसों में सूजन हो जाती है,
- अंडकोषों के आसपास या अंडकोषों में ट्यूमर, हार्मोनल इंबैलेंस हो जाना,
- एसटीडी रोग या अंडकोष में सूजन हो जाना,
- इम्यून सिस्टम कमजोर होना या एंटीबॉडीज बनना,
- ज्यादा टाइट कपड़े पहनना या गर्म जगह पर ज्यादा देर तक रहना अथवा काम करना,
- शरीर में जिंक की कमी हो जाना,
- प्रोस्टेट ग्रंथि में सूजन आ जाना,
- खून की कमी,
- शरीर में पोषण, प्रोटीन और मल्टीविटामिन की कमी,
- ज्यादा तनाव लेना,
- जंक फूड का ज्यादा सेवन करना,
- अनहेल्दी खाना खाना,
- डिप्रेशन या दुख में चले जाना,
- ज्यादा हस्तमैथुन करना या ज्यादा सेक्स करना,
- अप्राकृतिक तरीके से वीर्य बाहर निकलना आदि कई कारण है जिससे एक मनुष्य का वीर्य पतला हो जाता है या उसके शुक्राणु कम हो जाते हैं।
● डेली स्पर्म गिरने से क्या होता है?ज्यादा स्पर्म निकलने से क्या होता है(jyada sperm nikalne se kya hota hai)
कुछ लोगों का सवाल होता है कि डेली स्पर्म गिराने से या ज्यादा स्पर्म निकालने से क्या होता है। तो इसका उत्तर मैं कुछ उदाहरण से देना चाहूंगा जब एक व्यक्ति को सर्दी जुकाम होता है और उसके नाक से तरल निकलता है तो उसके शरीर में पानी की कमी हो जाती है। उसका शरीर अस्वस्थ हो जाता है और उसको बुखार आ जाता है।
अब सोचिए कि जब सिर्फ नाक से पानी गिरने से व्यक्ति में कमजोरी आती है तो रोज वीर्य निकालने से व्यक्ति के शरीर में क्या हो सकता है।
- इससे व्यक्ति का वीर्य कम हो जाता है,
- वीर्य रोकने की शक्ति कम हो जाती है,
- यौनांग कमजोर हो जाते हैं,
- शरीर में कमजोरी आ जाती है,
- आंखें अंदर धंस जाती हैं,
- आत्मविश्वास की कमी हो जाती है,
- आगे चलकर शुक्राणु की कमी के कारण बच्चे ना पैदा करने की समस्या हो सकती है।
इसलिए सप्ताह में दो बार से ज्यादा संभोग या हस्तमैथुन ना करें। इससे आगे चलकर आपको वीर्य की कमी या शुक्राणुओं की कमजोरी की समस्या नहीं होगी। परंतु इसका कहने का मतलब यह नहीं है कि आप कभी भी सेक्स न करने या स्पर्म ना निकालें।
वीर्य ना गिरने वाले का भी वीर्य का उत्पादन कम हो जाता है। क्योंकि जिस चीज का सही तरीके से इस्तेमाल करते रहेंगे वह आपको समय आने पर सही परिणाम देगी।
● क्या खाने से स्पर्म ज्यादा बनता है(sperm badhane ke liye kya khaye
हम जो भी कहते हैं या जो भी पीते हैं उसका प्रभाव हमारे वीर्य पर पड़ता है। अगर हम पौष्टिक ताकतवर और अच्छी चीजे तथा जल्दी पचने वाली चीज खाएंगे तो यह हमारे शरीर को पुष्ट करते हुए वीर्य को पुष्ट करेगा।
अगर हम अनवांटेड तथा अनहेल्दी चीज खाएंगे तो हमारा वीर्य पतला और कम हो जाएगा और अगर बात करें कि क्या खाने से स्पर्म ज्यादा बनता है तो उसका सीधा सा जवाब है देसी घी और दूध खाने से स्पर्म ज्यादा बनता है।
क्योंकि एक गाय या भैंस का दूध एक पूरे बछड़े के लिए पैदा होता है। इसलिए जितना ताकत एक बछड़े के अंदर आती है उतना ताकत और पोषण एक व्यक्ति को प्राप्त होता है। वहीं इसके अलावा स्प्राउट्स, ब्रोकली, हरे पत्ते वाली सब्जियों, राजमा, दाल, बॉईल किए हुए चिकन, मटन, मछलियां, कद्दू के बीज, संतरे, टमाटर, और चना का सेवन करने से भी वीर्य बहुत ज्यादा बढ़ता है।
वीर्य को बढ़ाने या कम करने के लिए हमारा मानसिक स्वास्थ्य भी बहुत जरूरी रोल अदा करता है। अगर हमारा मासिक स्वास्थ्य सही नहीं रहेगा तो वीर्य भी कम बनेगा।
● स्पर्म कैसे बढ़ाये(sperm badhane ki dawa
● विटामिन डी का सेवन ज्यादा करें
विटामिन डी से टेस्टोस्टेरोन का लेवल बढ़ता है जिस वजह से वीर्य और शुक्राणु ज्यादा बनते हैं।
● अश्वगंधा(sperm badhane ka upay ashwagandha)
अश्वगंधा पुरुषों के लिए एक वरदान के जैसा है। यह पुरुषों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है। अश्वगंधा प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है और शुक्राणुओं को ताकतवर बनाता है।
● जिंक का सेवन ज्यादा करें (sperm badhane ka upay zink)
जिंक युक्त खाद्य पदार्थ पुरुषों का स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए बहुत जरूरी चीज है। यह महिलाओं के मुकाबले पुरुषों को ज्यादा जरूरत होती है। जिंक हार्मोन को कंट्रोल करता है और टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को बढ़ावा देता है।
जिंक की कमी से स्पर्म कमजोर हो जाते है। इसलिए जिंकयुक्त कुछ खाद्य पदार्थ जैसे:- ब्रोकली, हरी पत्तेदार सब्जियां, उबले हुए अंडे, मीट, मछली आदि चीजों का सेवन ज्यादा करें।
● सोया का सेवन कम करें (sperm badhane ke liye soya avoid karen)
सोया या सोयाबीन टेस्टोस्टेरोन के लेवल को घटाता है। इसलिए सोया या सोयाबीन के सेवन को कम करें। सप्ताह में एक या दो बार सोयाबीन खा सकते हैं। परंतु हर दूसरे दिन या रोज सोयाबीन खाने से यह आपके शुक्राणुओं की मात्रा को घटा सकता है।
● शिलाजीत (sperm badhane ka gharelu upay shilajit)
शिलाजीत पुरुषों की सेक्स पावर को ठीक करने का और नामर्दानगी को रोकने का एक बहुत बेहतर आयुर्वेदिक औजार है। अगर आपका वीर्य बहुत ज्यादा पतला हो गया है, शरीर में ताकत की कमी है, जोश और जुनून कम पड़ गया है, साथ ही साथ आपको बहुत कमजोरी महसूस होती है तो इसके लिए शिलाजीत लिक्विड का इस्तेमाल करें।
यह आपके शरीर को ताकतवर बनाएगा और आपके शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाकर उनकी क्वालिटी को सुधरेगा।
● स्पर्म काउंट बढ़ाने के उपाय(sperm badhane ke upay)
स्पर्म काउंट बढ़ाने के उपाय के अंतर्गत वह सारी चीजें आती हैं जो कि हमने पहले बताये हैं और उन सभी चीजों को अवॉइड करें जो कि आपका स्पर्म काउंट को घटाती हैं। संक्षेप में कहने का मतलब है कि ज्यादा टाइट अंडरवियर या पैंट वगैरह ना पहने, गर्म जगह पर न जाए, जंक फूड, अनहेल्दी फूड, सोयाबीन, अनियमित खान पान, अल्कोहल, तनाव, दुख, दर्द, अवसाद इत्यादि चीजों से दूर रहे।
इसकी जगह पर रोज सुबह जल्दी उठ कर योग, ध्यान, प्राणायाम या एक्सरसाइज करें। रोज सुबह उठने के बाद दो गिलास पानी का सेवन करें और खाने में सादी, पौष्टिक चीज, दूध, दही, घी हरी पत्तेदार सब्जियां, सलाद, फल, उबले हुए भोजन, तथा उबली हुई मछली, मीट इत्यादि का सेवन ज्यादा करें। इससे आपका शरीर बहुत स्वस्थ रहेगा और स्पर्म काउंट बढ़ेगा।
● स्पर्म बढ़ाने के घरेलू उपाय(sperm badhane ka tarika)
स्पर्म बढ़ाने के घरेलू उपाय के अंतर्गत वह सारी ताकतवर चीज आती हैं जो कि हम भोजन में और रोजमर्रा के जीवन में उपयोग करते हैं। इसके अलावा स्पर्म बढ़ाने के घरेलू उपाय में आप शतावर, सफेद मूसली, काली मूसली, मिश्री, अकरकरा, गोक्षुरादि गुग्गुल, देसी घी में फ्री किए हुए अंडे इत्यादि चीजों का भी सेवन आसानी से कर सकते हैं। इनसे काफी मात्रा में स्पर्म बढ़ता है और वीर्य गाढ़ा होता है।
The End
उम्मीद करते हैं दोस्तों कि पुरुष का स्पर्म कितना होना चाहिए जिससे बच्चा ठहर सकता है-shukranu kaise badhaye bacche paida karne ke liye के विषय मे दी गई जानकारी से आप संतुष्ट होंगे। अगर फिर भी आपके मन मे स्पर्म काउंट बढ़ाने के उपाय(sperm badhane ke upay) से संबंधित कोई सवाल या सुझाव हो तो हमे कंमेंट करें। धन्यवाद।