नामर्द को मर्द बनाने वाला स्पेशल नुस्खा | napunsakta ka ilaj
नपुंसकता का इलाज | napunsakta ka ilaj
नपुंसकता का इलाज | napunsakta ka ilaj
लिंग में ढीलापन या लिंग में तनाव न आना आजकल यह कम बात हो गई है इसलिए इस पोस्ट में हम नपुंसकता का इलाज (napunsakta ka ilaj) के बारे में बात करेंगे।
विस्कॉन्सिन स्वास्थ्य विद्यालय 2019 के अनुसार 45 से 60 साल की उम्र के 50% पुरुष स्तंभन दोष यानी नपुंसकता रोग से ग्रसित हो जाते हैं वहीं 35 से 40 वर्ष की उम्र के 26% पुरुष इस रोग से पीड़ित हो जाते हैं। अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह रोग दुनिया में कितने पुरुषों को होगा।
मतलब की अगर भारत में पुरुषों की आबादी का अंदाजा लगे तो हम में से हर चौथा व्यक्ति लिंग न खड़े होने की समस्या से परेशान है।
यानी किसी का लिंग कम खड़ा होता है तो किसी का खड़ा ही नहीं होता है। यह बहुत चिंता का विषय है। बहुत सारे नीम हकीम झोलाछाप डॉक्टर लोग इसको गुप्त तरीके से इलाज करके पुरुषों को बहुत बुरी तरीके से लूटते हैं इसलिए नपुंसकता, शीघ्रपतन, धात रोग, स्वप्नदोष इन सब विषयों पर प्रकाश डालना, इनके बारे में जानकारी लेना और उनका समाधान करना बहुत जरूरी हो गया है।
अब चलिए नपुंसकता का इलाज (napunsakta ka ilaj) के बारे में विस्तार से थोड़ा गहराई से बात करते है और इसका समाधान करते हैं।
● नपुंसकता क्या है-napunsakta kya hai
नपुंसकता का इलाज (napunsakta ka ilaj) करने से पहले यह जानना बहुत जरूरी है कि नपुंसकता क्या है। क्योंकि इसको जानने से पहले हम इसका इलाज अच्छी तरीके से नहीं कर सकते हैं। नपुंसकता किसे कहते हैं, इसका एक सामान्य और सीधा सा उत्तर है:-
जिस व्यक्ति को संभोग करने में समस्या आती है यानी जिस व्यक्ति का लिंग पूरी तरीके से खड़ा नहीं होता है उसको नपुंसक या नपुंसकता रोग से पीड़ित माना जाता है।
ऐसे व्यक्ति अपने लिंग में तनाव लाने की बहुत कोशिश करते हैं परंतु उनके लिंग में पूरी तरीके से तनाव नहीं आता। यहां तक की कई लोगों का लिंग तो उत्तेजित ही नहीं होता है और बहुत लोगों का लिंग उत्तेजित हो जाता है परंतु बहुत जल्दी ढीला हो जाता है।
इन सभी पुरुषों को नपुंसकता की श्रेणी में डाला जाता है। ऐसे पुरुषों के बगल में महिला साथी लेटी रहती है और वह बहुत सारे जतन करती है परंतु कुछ अच्छे परिणाम नहीं मिलते हैं।
पूर्ण नपुंसकता क्या होती है (napunsakta kya hai)
पूर्ण नपुंसकता एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति का लिंग बिल्कुल ना के बराबर खड़ा होता है। ऐसे व्यक्ति के बगल में अगर स्वर्ग की अप्सरा भी लेटी होती है और वह उनके लिंग को उत्तेजित करती है या निर्वस्त्र होकर खड़ी जाए तो भी ऐसे पुरुषों के लिंग में उत्तेजना नहीं आती है। ऐसे पुरुषों को किन्नर, छक्का, हिजड़ा नामर्द इत्यादि नाम से बुलाया जाता है।
सामान्य भाषा में कहें तो ऐसा व्यक्ति जिसके लिंग में जरा से भी हरकत या कड़ापन नहीं होता है उसको पूर्ण नपुंसक कहा जाता है। ऐसे नपुंसक या तो जन्मजात नपुंसक होते हैं या फिर किसी चोट, दवाई, बीमारी अथवा सदमे के कारण इनका लिंग उत्तेजित नहीं होता है।
आमतौर पर नपुंसक दो प्रकार के होते हैं।
- 1 मानसिक नपुंसक
- 2 शारिरिक नपुंसक
● नामर्दी या नपुंसकता के कारण- napunsakta ke karan
नपुंसकता या नामर्दानगी के कई सारे कारण हो सकते हैं इनमें मुख्य कारण निम्न है:-
- बचपन से ही व्यक्ति के यौन अंगों का विकास ना होना,
- शराब एल्कोहल या मादक पदार्थों का ज्यादा सेवन करना,
- कुछ ऐसी दवाइयों का सेवन जिनका सेक्स पावर पर उल्टा प्रभाव पड़ना,
- लंबे समय तक सेक्स की दवाइयां खाकर संभोग करना,
- सेक्स पावर बढ़ाने वाली एलोपैथिक दवाइयों का ज्यादा प्रयोग करना,
- स्टेरॉयड का उपयोग करना,
- खान-पान गलत होना, पेट का कोई ऑपरेशन या यौनांगों में कोई चोट लग जाना,
- कोई सदमा या धोखा मिल जाना,
- स्त्री मन के मुताबिक न मिलना,
- किसी स्त्री के द्वारा अपमान किया जाना,
- तनाव ज्यादा लेना,
- मोटापा ज्यादा बढ़ जाना,
- शरीर में खून की कमी या कमजोरी होना,
- बहुत बुरी तरीके से हस्तमैथुन करके अपने यौनांगों को क्षतिग्रस्त करना,
- अप्राकृतिक मैथुन करना,
- लड़कियों या स्त्रियों के बारे में बुरी सोच रखना,
- ज्यादा भक्ति भाव में लीन होना,
आदि कारणों से पुरुष आंशिक या पूर्ण रूप से नपुंसक हो जाता है।
● क्या खाने से आदमी नामर्द हो जाता है?- kya khane se napunsakta aati hai
बहुत सारी ऐसी चीज हैं जिनको खाने से एक पुरुष नामर्द बन सकता है। जैसे:-
केले के पेड़ की जड़ का रस,
- सेक्स बढ़ाने वाली एलोपैथिक दवाइयां का ज्यादा सेवन करना,
- लिंग में उत्तेजना लाने वाली दवाइयों का लंबे समय तक इस्तेमाल करना,
- तलीभूनि मिर्च मसालेदार चीजों का ज्यादा प्रयोग करना,
- नमक ज्यादा प्रयोग करना आदि।
- इसके अलावा जो लोग खटाई का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं उनको भी नपुंसकता हो जाती है। क्योंकि एक बहुत पुरानी कहावत है।
मरे मर्द जो खाए खटाई और
गई न जो खाए मिठाई।।
कहने का तात्पर्य है जो पुरुष अधिक खटाई का इस्तेमाल करता है उसकी सेक्स पावर कम हो जाती है और लिंग में उत्तेजना नहीं होती। और जो स्त्री ज्यादा चटोर या लालची होती है उसको कोई भी पुरुष अपनी बातों में फंसा कर उसका शोषण कर लेता है।
● नामर्द आदमी की पहचान, नपुंसकता के लक्षण - napunsakta ke lakshan
नामर्द आदमी को पहचानना वैसे तो कोई आसान काम नहीं है परंतु कोई मुश्किल काम भी नहीं है। नामर्द व्यक्ति या तो बहुत ज्यादा उत्तेजित होता है या तो बहुत ज्यादा डरपोक और शांत होता है। ऐसे व्यक्ति बड़े-बड़े बातें करते हैं परंतु काम इनसे कुछ नहीं होता है।
यह उनके स्वभाव के अंदर झलकता है साथ ही साथ यह स्त्रियों से देखकर नज़रे चुराते हैं और उनसे बात करने से कतराते हैं। इनकी अगर कोई पत्नी होती है तो उससे उनकी बनती नहीं या उनकी पत्नी कहीं और संबंध स्थापित कर लेती है।
वैसे तो उसके और कई सारे कारण है परंतु जब एक स्त्री अपने पुरुष से संतुष्ट नहीं होती या पुरुष में कमी होती है तब उसकी स्त्री बाहर का रास्ता खोज लेती है।
इसके अलावा ऐसे लोग या तो बहुत ज्यादा मोटे होते हो या तो बहुत ज्यादा दुबले पतले होते हैं। ऐसे लोगों के शरीर में ज्यादा एक्टिविटी नहीं होती है यह लोग बहुत सुस्त होते हैं।
अगर यह किसी महिला के पास जाते हैं तो इनको अपना लिंग खड़ा करने में बहुत समय लगता है और इनका बहुत जल्दी लिंग मुरझा भी जाता है।
यहां तक तो बात हो गई नामर्द आदमी की पहचान और नपुंसकता के लक्षण(napunsakta ke lakshan) कि अब बात करते हैं नामर्दी की जड़ी बूटी या नपुंसकता की दवा(napunsakta ka ilaj aur dawa) के बारे में।
● नामर्दी की दवा जड़ी बूटी, नपुंसकता की दवा- napunsakta ka ilaj aur dawa
नामर्द को मर्द बनाने की दवा बहुत सारी है परंतु इसकी शुरुआत हमेशा अपनी लाइफ स्टाइल और घर से करनी चाहिए। सिर्फ दवा खाने से कोई व्यक्ति मर्द नहीं बन सकता है, बल्कि उसको अपने हाव-भाव स्वभाव और जीवन में सुधार करना होगा तथा ऐसे कर्मों को छोड़ना होगा जो उसको कमजोर तथा नामर्द बनाते हैं।
मर्द बनने की शुरुआत हमेशा सुबह से होती है मर्द बनने के लिए रात में 7 से 8 घंटे की नींद, सुबह उठकर दो गिलास पानी पिए और अंकुरित अनाजों का सेवन करें।
तत्पश्चात नाश्ते में घी में फ्राई किए हुए अंडे या सादा भोजन ले सकते हैं। फिर उसके बाद दोपहर को सामान्य भोजन ले और रात को भी सामान्य भोजन ले और सोने से एक घंटा पहले खाना खा ले। अगर मोटापा बढ़ गया है तो इसको सबसे पहले कम करें। अपने भोजन में अधिक से अधिक सलाद, फल, सब्जियां, दाल, बॉईल मटन और मछली तथा पनीर इत्यादि चीजों को शामिल करें।
नपुंसकता की दवा की बात करें तो इसके लिए सबसे अच्छी दवा और घरेलू जड़ी बूटी है लहसुन तथा हल्दी। इसका प्रयोग करने के लिए रोज रात को सोने से आधा घंटा पहले एक गिलास गाय के गर्म दूध में दो चुटकी हल्दी, और एक चम्मच लहसुन का रस को मिलाकर सेवन करें और ऊपर से दो चम्मच शहद डाल कर पी जाए।
यह प्रयोग रोज सुबह और शाम लगातार तीन माह तक करना है। इससे शरीर में उत्तेजना बढ़ती है कमजोरी दूर होती है और वीर्य बढ़ता है।
नपुंसकता की दवा- napunsakta ka ilaj aur dawa- 2
500 ग्राम लहसुन को ढाई लीटर गाय के दूध में डालकर अच्छी तरीके से पकाएं। जब दूध पूरी तरीके से जलकर खत्म हो जाए यानी सिर्फ खोवा बचे तब उसको ढाई सौ ग्राम शुद्ध घी में डालकर अच्छी तरीके भून लें। जब यह लाल-लाल हो जाए तब इसमें थोड़ा सा चाशनी डालकर इसकी बर्फी बना ले और फिर रोज सुबह शाम खाना खाने के और नाश्ता खाने के आधे आधे घंटे बाद 30 से 35 ग्राम के मात्रा में इसका इस्तेमाल करें।
यह प्रयोग आपको दो माह तक लगातार करना है। जब यह औषधि खत्म हो जाए तो फिर दूसरी औषधि बना ले। इससे नपुंसकता खत्म हो जाती है वीर्य बढ़ता है शीघ्रपतन नहीं होता है और शरीर में नया जोश तथा नई ताकत आती है।
● पतंजलि में नामर्दी की दवा- patanjali me napunsakta ka ilaj
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन यानी नपुंसकता का इलाज पतंजलि की दावाओं के द्वारा भी बहुत आसानी से किया जा सकता है। इसके लिए पतंजलि की दवाएं जैसे:-
- पतंजलि अश्वगंधा कैप्सूल,
- पतंजलि शतावरी चूर्ण,
- पतंजलि सफेद मूसली,
- पतंजलि अश्वशिला कैप्सूल,
- पतंजलि गोक्षुरादिगुग्गुल,
- पतंजलि दिव्या यौवन चूर्ण आदि।
इन दावाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है। इनके अंदर कई सारी आयुर्वेदिक दवाइयां और ताकतवर दवाइयां को मिलाया जाता है। यह सब दवाइयां तनाव को कम करती हैं। डिप्रेशन को ठीक करती हैं। टेस्टोस्टेरोन के लेवल को बढ़ाती है और ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करती हैं।
इन सब दवाइयां को लेने और प्रयोग करने के लिए अपने नजदीकी पतंजली सेंटर पर आप संपर्क कर सकते हैं।
वहां पर पतंजलि के विशेषज्ञ इन दवाइयां का इस्तेमाल करने के तरीके और नियम अच्छी तरीके से बता देंगे। पतंजलि की दवाइयां का इस्तेमाल करने से वीर्य बढ़ता है, वीर्य की क्वालिटी बढ़ती है, शुक्राणुओं की संख्या बढ़ती है, शरीर में ताकत बढ़ती है, सेक्स टाइम बढ़ता है, नपुंसकता ठीक होती है, लिंग में तनाव आता है, दिमाग तरोताजा रहता है और व्यक्ति लंबे समय तक संभोग करता है।
पतंजलि की नामर्दी की दवा सारी आयुर्वेदिक हैं। इनसे किसी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है।
● नामर्दी की अंग्रेजी दवा- allopathy me napunsakta ka ilaj
अंग्रेजी में नामर्दी की कई सारी दवाएं दी जाती है परंतु इन दवाइयां को बहुत सावधानी के साथ प्रयोग किया जाना चाहिए।
क्योंकि यह दवाईयां जितनी जल्दी अपना असर दिखाती हैं तजिक उसी रफ्तार से इनके कई सारे साइड इफेक्ट भी हैं। अंग्रेजी दवाइयां के अंतर्गत
- विगोरा 50 mg
- मैनफोर्स 50 mg
- सुहाग्रा 50 mg
- पेनेग्रा 50 mg
आदि दवाइयां अति हैं इनका जितनी जल्दी प्रभाव पड़ता है इतनी जल्दी इनका दुषप्रभाव भी पड़ता है इन सभी दवाइयां के अंदर कैमैग्रा 50mg मिलाया जाता है और यह फॉस्फोडाईस्टेरेज टाइप 5 (pde 5) इन्हिबिटर नाम के दवाओं की केटेगरी में आती है। यह दवाईयां खाना खाने से पहले या खाने के बाद ली जाती है और यह सेक्स से 1 घंटे पहले भी ली जाती है।
सेक्स से एक घंटा पहले लेने से इससे लिंग में काफी तनाव आता है और लिंग में रक्त का संचार बढ़ जाता है परंतु यह दवाइयां शीघ्रपतन के रोगियों को नहीं ले जाती है। यह लिंग में तनाव पैदा करती है ना कि आपके सेक्स टाइम को बढ़ाती हैं। इन दवाइयां के कई सारे साइड इफेक्ट है जैसे:-
- गर्मी बढ़ना,
- आंखें लाल हो जाना,
- दिल की धड़कन बढ़ जाना,
- पेट में एसिडिटी गैस और पैदा होना,
- घबराहट पैदा होना,
- सर में दर्द होना,
- मांसपेशियों में दर्द होना,
- पेट खराब होना,
आदि लक्षण देखने को मिलते हैं इसलिए यह दवाई सिर्फ और सिर्फ किसी अच्छे डॉक्टर के देखभाल में ही लेना चाहिए और इन दवाइयां का प्रयोग लंबे समय तक नहीं करना चाहिए। क्योंकि इससे आपका नेचुरल सेक्स और सेक्स पावर बहुत ज्यादा प्रभावित होता है।
● नामर्द को मर्द बनाने की आयुर्वेदिक दवा- napunsakta ka ayurvedic ilaj
नामर्द को मर्द बनाने की आयुर्वेदिक दवायें बहुत सारी है और आयुर्वेदिक दवाइयां का दुष्परिणाम भी बहुत कम होता है। इसलिए इस रोग में शिलाजीत, सफेद मूसली, त्रिकटु, हरड़ मुरब्बा, अशगंधा, शतावरी, कोंच बीज आदि ओषधियां को बहुत ज्यादा प्रयोग किया जाता है।
यह सभी औषधियाँ आयुर्वेद में बाजिकारक महाऔषधि कहलाती है। इसके अलावा आयुर्वेद में और भी कई ऐसी दवाएं, टेबलेट, कैप्सूल और माल्ट वगैरह है जो शीघ्रपतन और नपुंसकता के रोगियों में बहुत ज्यादा फायदा करती है।
यह सारी दवाइयां आप किसी भी डॉक्टर के निर्देश में आसानी से ले सकते हैं। उसमें से एक दवा है बी फेराल गोल्ड माल्ट। इसमें काफी मात्रा क्वालिटी युक्त शिलाजीत, मूसली, अकरकरा इत्यादि औषधियां मिलाई जाती है। और जो पहले चीज बताई गई है वह भी इसमें मिलाई जाती है।
यह नपुंसकता के रोगियों में काफी ज्यादा असर करता है। आप इसको ऑनलाइन या कैसे मेडिकल स्टोर से आसानी से खरीद सकते हैं।
नामर्द को मर्द बनाने की आयुर्वेदिक दवा- napunsakta ka ayurvedic ilaj
अगर आपको शीघ्रपतन हो जाता है, वीर्य की कमी है,और आपका लंबे समय तक लिंग खड़ा नहीं रहता तो यह नुस्खा सिर्फ आपके लिए है।इस नुस्खे को बनाने के लिए 100 ग्राम शतावर का चूर्ण,100 ग्राम अश्वगंधा का चूर्ण, 100 ग्राम काली मूसली का चूर्ण और 15 कैप्सूल विटामिन इ की 200 एमजी का इवीऑन कैप्सूल चाहिए।
सबसे पहले शतावर,अश्वगंधा और काली मूसली को आपस में मिलाकर किसी अच्छे डिब्बे में बंद करके रख दें फिर रोज सुबह हल्के नाश्ते के बाद एक गिलास ढाई सौ ग्राम गर्म दूध में 10 ग्राम इस चूर्ण को मिलाकर 5 ग्राम मिश्री डालें और अच्छी तरह चम्मच से हिलाएं फिर इवीऑन कैप्सूल 200 एमजी का एक कैप्सूल खाकर ऊपर से पूरा दूध आराम से पी जाएं।
इसको पीने के 1 घंटे बाद तक ना तो कोई चीज खाएं और ना ही कोई चीज पिएं। इसके सेवन से पहले और बाद में पानी भी ना पिए।
इस प्रयोग को पूरे एक महीना तक करना है। इवीऑन कैप्सूल सिर्फ 15 दिन तक ही लेना है।इसके प्रयोग से आपका बल वीर्य बढ़ जाएगा, चेहरे और बालों पर चमक आएगी साथ ही साथ एक नई शक्ति और ऊर्जा का संचार होगा आप के यौनांग मजबूत होंगे और आपकी मर्दानगी बढ़ जाएगी।
The End-
उम्मीद करते हैं दोस्तो कि नपुंसकता का इलाज ( napunsakta ka ilaj) के विषय मे दी गई जानकारी से आप संतुष्ट होंगे। अगर फिर भी आपके मन मे napunsakta ka ilaj से संबंधित कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो हमे कंमेंट करें। धन्यवाद।