कान का भयंकर दर्द और मवाद कैसे ठीक करें ? (Kan se mavad aane ki dava aur gharelu ilaj)

कान का भयंकर दर्द और मवाद कैसे ठीक करें ? (Kan se mavad aane ki dava aur gharelu ilaj)

कान का मवाद कैसे ठीक करें ? Kan se mavad aane ki dava aur gharelu ilaj

इस पोस्ट में हम कान का मवाद कैसे ठीक करें ? Kan se mavad aane ki dava aur gharelu ilaj के बारे में विस्तार से बात करेंगे।

  कान का बहना एक ऐसी समस्या है जो 95% लोगों को कभी न कभी होती ही है। हमारे कान के अंदर की रचनाओं में खराबी आने के कारण कान में दर्द होना, चक्कर आना, चलने में परेशानी, उल्टी होना, तरह-तरह की आवाजें आना, सिटी आना आदि परेशानी हमको देखने को मिलती हैं।

  कान पूरा एक सिस्टम है और यह हमारे दिमाग के बिल्कुल नजदीक होता है। कान के हर अंग के साथ मिलकर काम करने से हम अच्छी तरीके से सुन पाते हैं। इन अंगों में कान का पर्दा, मध्यकान, अंतःकर्ण, आदि शामिल है।

  कान में अगर किसी अंग में जरा सी भी कोई परेशानी हो जाती है तो कान में दर्द, कान से मवाद आना आदि समस्याएं पैदा हो सकती हैं और जब यह समस्या ठीक नहीं होती है तो हमको बहरापन होने का भी खतरा रहता है। 

  आमतौर पर कान में दर्द होना या मवाद आने की समस्या को लोग ज्यादा गंभीरता से नहीं लेते हैं। जबकि यह एक बहुत गंभीर समस्या है और इसको जरूरी समझ कर किसी हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह और चिकित्सा जरूर लेना चाहिए।

  वरना यह रोग कभी-कभी मेनिनजाइटिस और दिमाग में एक विशेष प्रकार का कैंसर पैदा कर सकते हैं। कान बहने का रोग 1 वर्ष छोटे या ऐसे बच्चे जो मां की गोद में रहते हैं उनको ज्यादा होता है। कहने का मतलब जो बच्चे बैठ नहीं सकते हैं या करवट नहीं ले सकते हैं उनको कान बहने का रोग ज्यादा होता है। कान बहने का मेन भाग मध्यकर्ण होता है। 

  सबसे पहले मध्यकर्ण में सूजन होती है फिर वह जख्म बनकर पक जाता है और पर्दा फट कर उसमें से मवाद आने लगता है। मध्यकान में संक्रमण होने के तीन कारण है। जिसमें 80 से 90% कारण गले और कान को जोड़ने वाली नाली है।

  जब बच्चों को सर्दी, जुकाम, खांसी, टॉन्सिलाइटिस, मुंह के छाले, आदी समस्या होती है तो यह संक्रमण मध्यकान में पहुंच जाता है और वहां पर पूरे क्षेत्र में फैला देता है। बच्चों के गले से कान को जोड़ने वाली नली बहुत चौड़ी और छोटी होती है इसलिए दूध पिलाने वाली माओं को हमेशा बच्चों को गोद में लेकर सर के नीचे हाथ लगाकर और सिर को थोड़ा सा ऊपर करके दूध पिलाना चाहिए। जो माताएं लेटे-लेटे बच्चों को दूध पिलाती है उनके बच्चों को कान बहने की समस्या ज्यादा होती है।

कान का मवाद कैसे ठीक करें ? Kan se mavad aane ki dava aur gharelu ilaj

=} कान का मवाद का इलाज

जिन बच्चों को या जिन लोगों को सर्दी खांसी, जुकाम आदि की वजह से कान में दर्द या कान बहने की समस्या हो उनको चाहिए कि सरसों के तेल को गर्म करके पेट, पीठ, छाती, चेहरे और सिर पर सुबह-शाम मालिश करें और दो-दो बूंद तेल नाक और कान के दोनों छेदों में डालें।

  इससे कानों का रोग नहीं होगा और कानों में दर्द या मवाद की समस्या होगी तो वह ठीक हो जाएगी। परंतु जिन लोगों का ज्यादा कान बह रहा हूं उनको कानों में तेल नहीं डालना चाहिए।

=} नाक बंद होने पर

नाक बंद की वजह से कान बहने की समस्या ज्यादा होती है। इसलिए जिन लोगों को बार बार जुकाम की समस्या होती है और नाक बंद हो जाती है उनको चाहिए कि। एक कप पानी उबालकर उसमें चुटकी भर नमक डाल लें फिर इसको छानकर अच्छी तरीके से रख लें और यह नमक मिला पानी बोतल में भरकर दो बूंद नाक में डालें। यह प्रयोग दिन में चार से पांच बार करें इससे बंद नाक तुरंत खुल जाती है।

=} पुदीने की पत्तियों का रस

पुदीने की पत्तियों का रस भी कान की समस्याओं में काफी लाभदायक साबित होगा। परंतु ध्यान रखें पुदीने की पत्तियों का रस ठंड के मौसम में प्रयोग ना करें वर्ना इससे बहुत ज्यादा ठंडक महसूस होती है।

  पुदीने की पत्तियों का रस प्रयोग करने के लिए तीन चार पुदीने की पत्तियों को अच्छी तरीके से कुचल के उनके रस को निकाल लें फिर दो से तीन बूंद इसको अपने कान में रोज डालें। इससे आपके कान बहने की समस्या और कान दर्द की समस्या में तुरंत आराम मिलता है।

कान का मवाद कैसे ठीक करें ? Kan se mavad aane ki dava aur gharelu ilaj

=} लहसुन और सरसों का तेल

लहसुन के अंदर बैक्टीरिया को मारने की अद्भुद क्षमता होती है। वहीं सरसों स्किन को मॉइश्चराइज करने तथा अन्य समस्याओं से बचाने के कार्य में बहुत ज्यादा कारगर साबित होती है। ऐसे में अगर आपके कानों में मवाद बहने की समस्या है तो इन दोनों चीजों का कंबीनेशन आपकी समस्या को चुटकियों में हल कर सकता है।

  इन दोनों का प्रयोग करने के लिए दो चम्मच सरसों के तेल में चार से पांच लहसुन की कलियों को कुचलकर और छोटे-छोटे टुकड़े करके डालें और इस तेल को गर्म करें। जब यह तेल गर्म हो जाए और इसके अंदर लहसुन हल्का-हल्का लाल होने लगे तब इसको उतारकर इसको ठंडा कर ले और इसकी कुछ बूंदे हैं कान में डालें। ऐसा करने से कुछ दिनों में ही कान से मवाद बहने की समस्या ठीक हो जाएगी।

=} तुलसी के रस से कान का बहाना बंद करें।

तुलसी का रस भी एंटीवायरस और एंटीबैक्टीरियल होता है यह हर प्रकार के इंफेक्शन और जख्मों के लिए काफी कारगर साबित होता है। इतना ही नहीं आजकल तो कई तरह के एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल प्रोडक्ट में भी इसका काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।

  तुलसी को प्रयोग करने के लिए 10 से 15 तुलसी की पत्तियों को लेकर इनको किसी खलबट्टे में डालकर कुचल ले, फिर इसका रस निकाल लें और इस रस को अपने कान में दो से तीन बूंद सुबह शाम डालें। इससे आपके कान के दर्द में आराम मिलेगा साथ ही साथ इसे मवाद बहने की समस्या भी ठीक हो जाएगी।

कान का मवाद कैसे ठीक करें ? Kan se mavad aane ki dava aur gharelu ilaj

=} नीम का तेल कान से मवाद निकलने की दवा।

 नीम एक बहुत ही गुणकारी पेड़ माना जाता है और इसकी पत्तियां की तो बात ही क्या करना। नीम के पत्ते और इसके तेल के अंदर एंटीबैक्टीरियल एंटीवायरल और एंटीफंगल प्रॉपर्टीज पाई जाती है।

 यह हर प्रकार के इंफेक्शन के लिए काफी कारगर साबित होता है और यह कान के इंफेक्शन के लिए भी बहुत अच्छा माना जाता है। इसको प्रयोग करने के लिए बाजार से नीम के तेल को खरीद लाएं फिर रोज सुबह शाम एक या दो बूंद बह रहे कान के अंदर डालें और फिर उसको रुई से बंद कर दें। इससे बहुत जल्दी इंफेक्शन ठीक हो जाता है और कान का बहाना भी ठीक हो जाता है।

The End-

आशा करते हैं दोस्तों कान का मवाद कैसे ठीक करें ? Kan se mavad aane ki dava aur gharelu ilaj के बारे में दी गई जानकारी आपके जीवन में लाभदायक साबित होगी अगर आपका इस विषय से संबंधित कोई अन्य सवाल या सुझाव हो तो हमको कमेंट करें। हम आपके सवालों का जवाब देने की कोशिश करेंगे। पोस्ट को अंत तक पढ़ने के लिए सहृदय धन्यवाद।
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